नोबेल विजेता अमर्त्य सेन (Nobel Laurate Amartya Sen) ने विश्वभारती विश्वविद्यालय के भूमि विवाद में समर्थन को लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का आभार जताया है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, 100 साल पुराने इस विश्वविद्यालय में 87 साल के अमर्त्य सेन समेत कई लोगों पर जमीन कब्जे के आऱोप लगे हैं. बुद्धिजीवियों ने रविवार को विश्व भारती विश्वविद्यालय की जमीन पर कथित ब्जे के मामले में नोबेल अमर्त्य सेन के प्रति समर्थन व्यक्त करने के लिए विरोध प्रदर्शन में हिस्सा लिया. मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि विश्व भारती के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती परिसर में पट्टे की जमीन पर अवैध कब्जे को हटाने की व्यवस्था करने में व्यस्त हैं. सेन ने कहा है कि शांति निकेतन में उनके अधिकार वाली जमीन रिकॉर्ड में दर्ज है और पूरी तरह से लंबी अवधि के लिए पट्टे पर है.
Source: NDTV December 28, 2020 10:25 UTC