पंचकूला के विधायक आैर चीफ विहिप ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि शहर में इंक्रोचमेंट गंभीर मुद्दा है। यह कम होने के बजाय बढ़ता जा रहा है। इंक्रोचमेंट हटाने के लिए एचएसवीपी और पंचकूला नगर निगम के अफसरों को लिखता रहा हूं, लेकिन अफसरों का उम्मीद के मुताबिक सहयोग नहीं मिल रहा है। इंक्रोचमेंट हटाने के लिए इफेक्टिव एक्शन नहीं हुआ है। विधायक ने वीरवार को एचएसवीपी फिल्ड हॉस्टल, सेक्टर 6 में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में यह बात कही। उन्होंने कहा कि वह पिछले दो-ढाई साल से इंक्रोचमेंट हटाने के लिए अफसरों को कह रहे हैं। मई, 2017 को एचएसवीपी के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर, इस्टेट अफसर, नगर निगम के कमिश्नर को लैटर लिखकर शहर में सरकारी जमीन से अवैध कब्जे हटवाने की मांग की थी। इसके बाद जनवरी, 2018 में भी अवैध कब्जे हटवाने के लिए लिखा। लैटर लिखने और मौखिक अफसरों को कई बार कहने के बावजूद कार्रवाई न होने पर फरवरी, 2018 को इस बारे में मुख्यमंत्री को लैटर लिखकर अफसरों को शहर में इंक्रोचमेंट हटाने के निर्देश देने की मांग की थी। इसके बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। अफसरों की बार-बार ट्रांसफर की एक वजह इंक्रोचमेंट हटवाने में विफल रहना भी है। बीजेपी ने पंचकूला विधानसभा क्षेत्र में चौपाल में चर्चा नाम से एक प्रोग्राम 1 अगस्त को शुरू होकर 30 अगस्त तक चलेगा। इसमें रोजाना विधानसभा क्षेत्र के गांवों व शहर में तीन-चार मीटिंग की जाएंगी।पीयू व चंडीगढ़ के कालेजों में पंचकूला के स्टूडेंट्स को यू.टी. पूल में शामिल कराने के लिए वह पीयू वीसी प्रो. राजकुमार से मिले थे। यहा मसला वह दो साल से उठा रहे हैं। पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, देश के उप राष्ट्रपति व पीयू के चांसलर एम. वैंकेया नायडू से भी मिल चुके हैं।ज्ञानचंद गुप्तारैली गांव एमसी में हो चुका है ट्रांसफर, पार्किंग को दिया जा रहा बेवजह तूलएमएलए गुप्ता ने कहा कि रैली गांव में पंचकूला नगर निगम की ओर से पार्किंग बनाने के मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा है। एचएसवीपी के अफसरों ने लैटर जारी की हुई है कि रैली गांव को अब एमसी को ट्रांसफर किया जा चुका है। अब यहां की डेवलपमेंट का जिम्मा एमसी का है। रैली गांव में एमसी की तरफ से बनाई जा रही पार्किंग गलत नहीं है।
Source: Dainik Bhaskar August 02, 2019 02:15 UTC