Hindi NewsLocalChandigarh65% Income Decreased By Due To Corona Epidemic, Lack Of Physical Hearing Is The Main Reasonवकीलों से सरकार ने मोड़ा मुंह: कोरोना के कारण आय में 65% की कमी आने से एक लाख वकील प्रभावित; सब्जी बेचने को मजबूर हुए, फिजिकल सुनवाई न होना बड़ी वजहचंडीगढ़ 6 घंटे पहलेकॉपी लिंककेंद्र और राज्य सरकारों ने सभी वर्गों के लिए काम किया, लेकिन वकील समुदाय खाली हाथ है।कोरोना महामारी के कारण वकीलों को काफी नुकसान हुआ है। उनकी आय में 65% तक की कमी हो गई है। हालात ऐसे हो गए हैं कि कुछ वकीलों को घर चलाने के लिए सब्जी तक बेचनी पड़ रही है। बार काउंसिल ऑफ पंजाब एंड हरियाणा के पूर्व चेयरमैन लेखराज शर्मा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने सभी वर्गों के लिए काम किया, लेकिन वकील समुदाय खाली हाथ है। हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में 1 लाख से अधिक वकील प्रभावित हुए है।शर्मा ने बताया कि फिजिकल सुनवाई न होने के कारण वकीलों को बहुत अधिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। खराब आर्थिक स्थिति का दूसरा बड़ा कारण यह है कि हाईकोर्ट ने केवल बेहद अहम मामलों की सुनवाई करने का फैसला लिया है। इसके चलते जो लोग केस दाखिल करना चाहते हैं, जब उन्हें यह पता चलता है कि उनके केस की सुनवाई कब होगी, यह निश्चित नहीं है तो वह केस दाखिल करने से ही गुरेज करने लगते हैं।दूसरी ओर, कोरोना काल में जहां केंद्र व राज्य सरकारों ने सभी वर्गों के लिए कुछ न कुछ किया, वकीलों के लिए कुछ नहीं किया। बार काउंसिल ऑफ पंजाब एंड हरियाणा के साथ ही बार काउंसिल ऑफ इंडिया भी आर्थिक सहायता के लिए कई बार गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सरकार ने इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दिया। बार काउंसिल ने जरूरतमंद वकीलों की आर्थिक मदद करने का निर्णय लिया था और 4 करोड़ रुपए भी वितरित किए। लेकिन बार काउंसिल के पास भी आय का कोई साधन नहीं है। जबकि केंद्र सरकार को बजट में वकीलों के लिए भी प्रावधान करना चाहिए।नए वकील ज्यादा मुसीबत मेंलेखराज शर्मा ने कहा कि नए वकीलों को इस संकट के दौर में ज्यादा मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। काम न होने और आर्थिक तंगी के कारण, जो वकील किराए पर मकान लेकर शहर में रह रहे थे, उन्हें अपने घर जाना पड़ रहा है। वहीं दूसरी ओर कुछ वकीलों को अपने ऑफिस बंद करके घर में ही अस्थायी ऑफिस बनाना पड़ा है। हरियाणा, पंजाब और चंडीगढ़ में 1 लाख से अधिक वकील हैं और अधिकतर वकीलों को इस समय आर्थिक परेशानी के दौर से गुजरना पड़ा रहा है।
Source: Dainik Bhaskar July 10, 2021 04:41 UTC