2187 करोड़ की लागत आई, योजना से 164 गांव लाभांवितDanik Bhaskar Sep 27, 2018, 08:33 PM ISTइंदौर. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने गुरुवार शाम देपालपुर में नर्मदा-गंभीर लिंक परियोजना के प्रथम चरण का लोकार्पण किया। उन्होंने श्री 24 अवतार मंदिर का सौंदर्यीकरण व सामुदायिक भवन का भूमिपूजन भी किया। देपालपुर में हुए कार्यक्रम के बाद संगम प्रवाह का शुभारंभ करने बड़ी कलमेर पहुंचे शिवराज को करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने काले झंडे दिखाए।देपालपुर में नर्मदा-गंभीर लिंक योजना का लोकार्पण करते हुए सीएम शिवराज ने कहा- जनता ने पूछा था नर्मदा का पानी शिप्रा में लाओगे क्या, तब दिग्गी राजा ने कहा था इम्पॉसिबल है, मुंगेरी लाल के सपने मत देखो, यह हो ही नहीं सकता। हमने तय किया हम नर्मदा का पानी लाएंगे।मालवा के पठार तक नर्मदा का पानी लाना आसान नहीं था, लेकिन मैं कहता हूं असंभव शब्द शिवराज के शब्द कोश में नहीं है। अधिकारियों ने कहा था इसमें हजारों करोड़ रुपए खर्च होंगे, मैंने कहा था पानी जनता की जरूरत है, इसलिए सब संभव है। पहले नर्मदाजी शिप्रा में पधारीं और आज गंभीर में भी आ गईं।गंभीर तक नर्मदा का पानी लाने के लिए 2187 करोड़ रुपए सरकार ने खर्च किए हैं। दिग्गी के राज में 25 लाख का भी बांध बनता था तो मिठाई बंटती थी। कहते थे जय हो राजा जी की। इससे 164 गांव के सवा लाख एकड़ में सिंचाई होगी। इंदौर उज्जैन जिले की 6 तहसीलों को फायदा होगा। नर्मदा-काली सिंध लिंक योजना, नर्मदा-पार्वती योजना, नर्मदा-शिप्रा योजना के दूसरे चरण के लिए भी राशि मंजूर हो गई है। इन सभी योजनाओं में 3061 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जिससे 22 लाख एकड़ में सिंचाई होगी।हाल ही में भोपाल में हुई राहुल गांधी की रैली को लेकर शिवराज ने कहा कि राहुल बाबा अभी भोपाल अाए थे, यहां उन्होंने कहा था कि सचिन तेंदुलकर रन मशीन हैं, शिवराज सिंह घोषणा मशीन हैं। मैंने कहा हां राहुल बाबा मैं घोषणा मशीन हूं, लेकिन अाप तो मनोरंजन मशीन हैं। मैंने जो घोषणा की करके दिखाया। आपके राज गड्ढों में सड़क थी या सड़क में गड्ढे ये पता ही नहीं चलता था। हमने प्रदेश में दो लाख किमी सड़कों का निर्माण करवाया।मैंने विदेश में कहा था इंदौर का सुपर कॉरिडोर वाशिंगटन की सड़कों से बेहतर है। मेरी इस बात पर कांग्रेसियों ने मजाक उड़ाया था, मैं फिर से कहता हूं सुपर काॅरिडोर वाशिंगटन की सड़कों से बेहतर हैं। हमने गांव में 24 घंटे बिजली देने की घोषणा की, उसे पूरा किया। देशभर में 1735 रुपए क्विंटल गेहूं बिका, हमने 2000 रुपए खरीदा, इसके अलावा दो सौ रुपए अतिरिक्त खाते में डलवाए।
Source: Dainik Bhaskar September 27, 2018 12:32 UTC