लोकसभा चुनाव 2019 न्यूज़: दिल्ली के कूड़ा उठाने वालों ने नेताओं के लिए जारी किया मैनिफोस्टो - delhi ragpickers ask netas for better deal, come out with charter of demands - News Summed Up

लोकसभा चुनाव 2019 न्यूज़: दिल्ली के कूड़ा उठाने वालों ने नेताओं के लिए जारी किया मैनिफोस्टो - delhi ragpickers ask netas for better deal, come out with charter of demands


अभी तक राजनीतिक दलों को ही मैनिफेस्टो जारी करने के लिए जाना जाता था, लेकिन अब हाथ से कूड़ा बीनने वालों ने राजनीतिक दलों के लिए अपना मैनिफेस्टो जारी किया है। अब वेस्ट-पिकर कम्युनिटी (कूड़ा बीनने वाली कम्युनिटी) है जिन्होंने चुनाव के दौरान नेताओं के सामने अपनी मांगे रखीं हैं। सोर्स पर ही कूड़े को अलग-अलग करने के लिए राजधानी दिल्ली में कोई प्लान अब तक नहीं है। यह कम्युनिटी लैंडफिल एरिया में रहकर रीसाइकिल होने वाले कूड़े को अलग करने में मदद कती है। 2016 में बने म्युनिसिपल सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स के बावजूद इन लोगों को म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन इनके लिए बने फायदे देने में नाकाम रहा है।लगभग 12,000 कूड़ा बीनने वाले, घर-घर जाकर कूड़ा उठाने वाले, जंक डीलर और दूसरे रीसाइकिलर्स रजिस्टर्ड असोसिएशन सफाई सेना में शामिल हैं। इस असोसिएशन ने एक मैनिफेस्टो जारी किया है जिसमें राजनीतिक पार्टियों से देशभर के 2 लाख कूड़ा बीनने वालों की मांगे पूरी करने की जिम्मेदारी लेने को कहा गया है, जो सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट का एक अहम हिस्सा हैं और शहर को स्वच्छ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।एक इन्वाइरोमेंटल रिसर्च और ऐक्शन ग्रुप, चिंतन की चित्रा मुखर्जी का कहना है, 'सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट रूल्स में इन लोगों की भूमिका का साफतौर पर जिक्र है, फिर भी इस इन्फॉर्मल सेक्टर में इनकी जिंदगी पर हमेशा तलवार लटकती रहती है। क्योंकि दिल्ली में वेस्ट मैनेजमेंट प्लान में इन लोगों को शामिल करने के लिए जमीनी स्तर पर बेहद कम प्रयास किए गए हैं।'दिल्ली में करीब 1.5 लाख लोग ऐसे हैं जो मुख्यतौर पर कूड़ा बीनते हैं और कबाड़ी हैं। ये लोग कूड़ा इकट्ठा और उसे अलग-अलग कर रीसाइकिलिंग में शामिल रहते हैं और करीब 20-25 प्रतिशत कूड़े को रीसाइकिल कर पाते हैं। बात करें ग्रीनहाइस गैसों को बचाने की तो भारत में किसी और प्रॉजेक्ट की तुलना में ये करीब 3.6 गुना ज्यादा गैस बचाते हैं।इनकी मांगों में उन संस्थानों का मनोनयन भी शामिल है जो कूड़ा उठाने वाले लोगों के साथ काम करते हैं। कूड़ा उठाने वालों या उनके संस्थानों को घर-घर जाकर कूड़ा उठाने के लिए आवंटन, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में काम करने वाले लोगों के साथ अच्छा व्यवहार हो, इसके लिए उन्हें पहचान पत्र मिले व सरकारी सेवाओं जैसे बीपीएल कार्ड, इंश्योरेंस और जन धन बैंक अकाउंट की सुविधा जैसी मांगे भी इनके मैनिफेस्टो में शामिल हैं।सुरक्षा के लिए कूड़ा उठाने वाली कम्युनिटी ने सभी रजिस्टर्ड वेस्ट वर्कर्स के लिए कुछ जरूरी उपकरण जैसे हर महीने वाले डबल लेयर के दस्ताने, मोटे सोल वाले स्लिपर्स और आई-प्रोटेक्शन ग्लासेज देने की मांग की है। मैनिफेस्टो के मुताबिक, 'कूड़ा उठाने वालों को प्राथमिक उपचार, हेल्थ, सेफ्टी, कंपोस्टिंग और बायो मीथेन से निबटने जैसे कामों में ट्रेनिंग मिलनी चाहिए। इसके अलावा उन्हें गारबेज जेनरेटर्स को पृथक करना भी सिखाना चाहिए।'


Source: Navbharat Times April 21, 2019 08:24 UTC



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