रेलवे के निजीकरण की तरफ बढ़ते कदम: देशभर में रेलवे के खत्म होंगे 13450 पद, राजस्थान में 600 पद खत्म करने के आदेश - News Summed Up

रेलवे के निजीकरण की तरफ बढ़ते कदम: देशभर में रेलवे के खत्म होंगे 13450 पद, राजस्थान में 600 पद खत्म करने के आदेश


Hindi NewsLocalRajasthanRailways Will End 13450 Posts Across The Country, Orders To End 600 Posts In RajasthanAds से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐपरेलवे के निजीकरण की तरफ बढ़ते कदम: देशभर में रेलवे के खत्म होंगे 13450 पद, राजस्थान में 600 पद खत्म करने के आदेशजयपुर 11 घंटे पहलेकॉपी लिंकरेलवे पहले ही 60 में से 15 हजार कर्मचारियों की कमी से जूझ रहारेलमंत्री पीयूष गोयल काफी समय से रेलवे को निजी हाथों में नहीं सौंपने की घोषणा कर रहे हैं। वास्तविकता कुछ ओर ही बयां कर रही है। रेलवे बोर्ड ने हाल ही में वर्क्स स्टडी कमेटी (डब्लूएससी) को उत्तर पश्चिम रेलवे सहित देश के सभी 16 जोनल रेलवे से 13450 पदों को सरेंडर करने के निर्देश दिए हैं। रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि बोर्ड ने उत्तर पश्चिम रेलवे को 600 पद खत्म करने में लिए निर्देश दिए हैं।अब एसडीजीएम की अध्यक्षता वाली ये कमेटी जयपुर, जोधपुर, अजमेर और बीकानेर मंडल में उन पदों को चिन्हित करेगी, जहां कार्य नहीं होने के बाद भी पद सृजित हैं। राजस्थान में वैसे ही कोरोना खत्म होने के बाद स्थितियां सामान्य होने पर रेलवे को इलेक्ट्रिक ट्रेनें चलाने सहित अन्य कार्यों के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की आवश्कता होगी।जरूरत 60 हजार की, लेकिन 45 हजार कर्मचारी ही तैनातउत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्यालय, जयपुर, जोधपुर, अजमेर, बीकानेर मंडलों और तीनों कारखानों में 60 हजार पद स्वीकृत हैं। अभी आरपीएफ सहित अन्य विभागों में सिर्फ 45 हजार ही कर्मचारी कार्यरत हैं। सबसे ज्यादा कमी करीब 4 हजार ट्रैकमैन और गैंगमैन की है। अजमेर, बीकानेर और जोधपुर में उत्पादन इकाईयों/कारखानों में जूनियर इंजीनियर, टैक्नीशियन और हैल्पर की करीब ढ़ाई हजार और लेखा विभाग सहित मंडल कार्यालयों में मिनिस्ट्रल स्टाफ की भारी कमी है।यूनियन के महामंत्री मुकेश माथुर और मजदूर संघ के अध्यक्ष विनोद मेहता का कहना है कि पहले ही रेलवे में 15 हजार पद रिक्त हैं। ऐसे में बोर्ड द्वारा 600 पदों को खत्म करना अनुचित है। बोर्ड द्बारा कमेटी को समीक्षा की बजाय पदों को खत्म करने का आदेश देना भी बिल्कुल गलत है। ये रेलवे का निजीकरण करने की ओर बढ़ने का संकेत है।ऐसे समझें कि किस रेलवे को कितने पद खत्म करने का लक्ष्य दियारेलवे पद सेंट्रल रेलवे (सीआर) 1400 ईस्टर्न रेलवे (ईआर) 1300 ईस्ट सेंट्रल रेलवे (ईसीआर) 400 ईस्ट कोस्ट रेलवे (ईसीओआर) 500 नॉर्दन रेलवे (एनआर) 2350 नॉर्थ सेंट्रल रेलवे (एनसीआर) 400 नॉर्थ ईस्ट रेलवे (एनईआर) 750 नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे (एनएफआर) 650 नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे (एनडब्ल्यूआर) 600 साउथ रेलवे (एसआर) 1300 साउथ सेंट्रल रेलवे (एससीआर) 900 साउथ ईस्ट रेलवे (एसईआर) 900 साउथ ईस्ट सेंट्रल रेलवे (एसईसीआर) 500 साउथ वेस्ट रेलवे (एसडब्ल्यूआर) 300 वेस्टर्न रेलवे (डब्ल्यूआर) 900 वेस्ट सेंट्रल रेलवे (डब्ल्यूसीआर) 300रिपोर्ट : शिवांग चतुर्वेदी


Source: Dainik Bhaskar May 26, 2021 13:34 UTC



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