राजनीति / नीतीश ने तेजस्वी पर साधा निशाना, कहा- काम करने से मतलब नहीं, समाज में फैला रहे कटुता - News Summed Up

राजनीति / नीतीश ने तेजस्वी पर साधा निशाना, कहा- काम करने से मतलब नहीं, समाज में फैला रहे कटुता


Dainik Bhaskar May 09, 2019, 03:31 PM ISTअनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग को मिले आरक्षण के प्रावधान से कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकताधरती पर कोई ऐसा पैदा नहीं लेगा जो इसके साथ छेड़छाड़ करेमोतिहारी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को मोतिहारी में बीजेपी प्रत्याशी राधामोहन सिंह के पक्ष में चुनाव प्रचार किया। चुनावी सभा में नीतीश ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कुछ लोग संविधान पर खतरा होने की बात करते हैं। संविधान पर कोई खतरा नहीं है। इन्हें काम करने से मतलब नहीं है। ये समाज में कटुता फैला रहे हैं।कोई नहीं कर सकता आरक्षण से छेड़छाड़नीतीश ने कहा कि हमलोगों से पहले 15 साल जिन्होंने बिहार में शासन किया वे आज समाज में टकराव पैदा करने की बात करते हैं। कहते हैं कि संविधान पर संकट आ गया है। कौन सा संकट आ गया है? अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग को मिले आरक्षण के प्रावधान से कोई छेड़छाड़ नहीं कर सकता। इस धरती पर कोई ऐसा पैदा नहीं लेगा जो इसके साथ छेड़छाड़ करे। जब सवर्ण समाज के गरीब लोगों को 10 फीसदी अतिरिक्त आरक्षण मिली तो उसके खिलाफ कई तरह की बात करने लगे। पति अंदर गए, पत्नी को मुख्यमंत्री बनाया। कहा- महिला मुख्यमंत्री बनी है। उन्होंने महिला के लिए क्या किया? जीविका समूह से आई महिलाओं में जागृतिनीतीश ने कहा कि बिहार में पहले न के बराबर महिलाएं जन प्रतिनिधि हुआ करती थी। आज आधा से ज्यादा जनप्रतिनिधि महिलाएं हैं। महिलाएं घर से बाहर नहीं निकल पाती थी। आज महिलाएं घर से बाहर निकलती हैं और अपने इलाके के विकास के लिए काम करती हैं।महिलाओं में जागृति लाने के लिए 2006 में हमने विश्व बैंक से कर्ज लेकर जीविका योजना की शुरुआत कुछ प्रखंडों में की। बाद में इसे पूरे बिहार में लागू किया। बिहार में 10 लाख स्वंय सहायता समूह बनाने का लक्ष्य है। हमलोग 8.5 लाख तक पहुंचे हैं। लगभग एक करोड़ परिवार की महिलाएं स्वंय सहायता समूह से जुड़ी हैं। पहले लड़कियां मिडिल स्कूल तक नहीं पहुंच पाती थीं। इसके लिए हमने पोषाक योजना और साइकिल योजना की शुरुआत की। आज स्कूल में पढ़ने वाले लड़कों और लड़कियों की संख्या लगभग बराबर हो गई है।


Source: Dainik Bhaskar May 09, 2019 09:00 UTC



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