कोरोना संक्रमण फैलने से रोकने के लिए मां वैष्णों देवी के दर्शन करने जाने वाले तमाम विदेशी और एनआरआई तीर्थयात्रियों पर रोक लगा दी गई है। श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने इसकी पुष्टि की है। जानकारी के अनुसार, विदेश से आने वाले यात्रियों को पहले उन्हें 14 दिन तक अलग-थलग रखकर जांच की जाएगी।सिर्फ विदेशी तीर्थयात्रियों के लिए रोक टेस्ट में नेगेटिव आने और 14 दिन का समय बिताने के बाद ही वे दर्शन पूजन के लिए जा सकेंगे। 14 दिन की इस अवधि को जरूरत पड़ने पर बढ़ाया जा सकता है। बोर्ड का कहना है कि हमने इसके लिए अडवाइजरी जारी कर दी है। यह प्रतिबंध दुनिया के किसी भी देश से आने वाले विदेशी और एनआरआई तीर्थयात्री पर लागू होगा।देश के भक्तों पर रोक नहीं श्राइन बोर्ड का कहना है कि अब तक भारत के किसी भी कोने से आने वाले भक्तों पर यह रोक नहीं लगाई गई है। लेकिन देश में इसका प्रकोप अधिक बढ़ा तो इस पर भी सोचना पड़ सकता है। वैसे, अब तक मां वैष्णो देवी की यात्रा पर रोक नहीं लगाई गई है।एहतियातन उठाए गए कदम श्राइन बोर्ड ने रविवार को परामर्श जारी कर प्रवासी भारतीयों और विदेशियों को भारत आने के 28 दिन बाद तक मंदिर नहीं आने को कहा। बोर्ड ने उन घरेलू श्रद्धालुओं जिनमें खांसी, बुखार और सांस लेने में परेशानी के लक्षण है उन्हें भी अपनी यात्रा स्थगित करने को कहा। बोर्ड ने कोरोना वायरस के प्रभाव से बचाने लिए एहतियातन कदम उठाए गए हैं।सभी को दी गई जानकारी श्राइन बोर्ड का कहना है कि इस बारे में यहां हेलिकॉप्टर सेवा देने वाले, पिट्ठू और अन्य तमाम संबंधित कर्मचारियों और एजेंसियों को भी बता दिया गया है। यह भक्तों के स्वास्थ्य हित में किया गया है। मंदिर प्रशासन कटरा से मां के भवन तक के रास्ते में लगे बहुद्देशीय ऑडियो प्रणाली से कोरोना वायरस को लेकर जागरूकता फैलाने वाले संदेश प्रसारित कर रहा है। बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि इसके अलावा प्रत्येक यात्री की ताराकोट, बाणगंगा और हैलीपैड पर बुखार की जांच की जाएगी।
Source: Navbharat Times March 16, 2020 09:56 UTC