Hindi NewsNationalMaharashtra Exit Poll Results 2024; Jharkhand BJP | Shiv Sena NCP Congress Seatsमहाराष्ट्र-11 में से 6 एग्जिट पोल में भाजपा गठबंधन सरकार: झारखंड के 8 एग्जिट पोल में से 4 में भाजपा को बहुमतनई दिल्ली 19 घंटे पहलेकॉपी लिंकमहाराष्ट्र की 288 और झारखंड की 81 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग बुधवार को पूरी हो गई। नतीजे तो 23 नवंबर को आएंगे, लेकिन उससे पहले आए एग्जिट पोल्स।महाराष्ट्र में 11 एग्जिट पोल में से 6 में भाजपा गठबंधन यानी महायुति की सरकार बनने का अनुमान जताया गया है। बाकी 4 एग्जिट पोल्स में कांग्रेस गठबंधन यानी महाविकास अघाड़ी को बहुमत मिलने की बात कही गई है। एक में हंग एसेंबली है।झारखंड में 8 एग्जिट पोल आए। इनमें से 4 में भाजपा गठबंधन, जबकि 2 में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने का अनुमान जताया गया है। बाकी 2 एग्जिट पोल्स ने हंग असेंबली के आसार जताए हैं।नीचे टेबल में देखें एग्जिट पोल जारी करने वाली एजेंसियां और उनके द्वारा जारी आंकड़ेमहाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव कार्यक्रम का ऐलान 15 अक्टूबर को हुआ था। झारखंड की 81 सीटों पर 2 फेज में वोटिंग हुई। पहले फेज में 13 नवंबर को 43 और दूसरे फेज में 20 नवंबर को 38 सीटों पर वोटिंग हुई। महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों पर सिंगल फेज में 20 नवंबर को ही वोटिंग हुई।चुनाव से पहले दो ओपिनियन पोल आए थेएग्जिट पोल और ओपिनियन पोल में फर्क ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल चुनावी सर्वे हैं। ओपिनियन पोल को चुनाव से पहले किया जाता है। इसके नतीजे भी चुनाव से पहले जारी होते हैं। इसमें सभी लोगों को शामिल किया जाता है। मतलब जरूरी नहीं कि सर्वे के सवालों का जवाब देने वाला मतदाता ही हो। इस सर्वे में अलग-अलग मुद्दों के आधार पर जनता के मूड का अनुमान लगाया जाता है।एग्जिट पोल चुनाव के दौरान किया जाता है। इसके नतीजे सभी फेज के मतदान खत्म होने के बाद जारी किए जाते हैं। एग्जिट पोल एजेंसियों के अधिकारी वोटिंग के दिन मतदान केंद्रों पर मौजूद होते हैं। वे मतदान करने के बाद वोटर्स से चुनाव से जुड़े सवाल पूछते हैं।वोटर्स के जवाब के आधार पर रिपोर्ट बनाई जाती है। रिपोर्ट का आकलन किया जाता है, जिससे पता चले कि वोटर्स का रुझान किस तरफ ज्यादा है। इसके बाद नतीजों का अनुमान लगाया जाता है।एग्जिट पोल को लेकर भास्कर कार्टूनिस्ट संदीप पाल के 2 कार्टून...महाराष्ट्र का सियासी समीकरणमहाराष्ट्र में पिछले 3 विधानसभा चुनावों के एग्जिट पोल...2019 में महाराष्ट्र में भाजपा-शिवसेना (अविभाजित) गठबंधन को बहुमत मिला। 2014 के मुकाबले गठबंधन की सीटें और वोट शेयर दोनों गिरा था। गठबंधन को 161 सीटें मिली थीं और वोट शेयर 42% था। 2014 में इसी गठबंधन को 185 सीटें मिली थीं, जिसमें भाजपा की 122 और शिवसेना को 63 सीटें थीं। वोट शेयर 47.6% था।शिवसेना-बीजेपी में दरार, शिंदे-अजित की बगावत, 5 साल में बदला महाराष्ट्र का राजनीतिक समीकरण2019: नतीजों के बाद पाला बदलकर CM बने उद्धव ठाकरे शिवसेना और बीजेपी 1984 में करीब आईं। 2014 में कुछ समय के लिए इस गठबंधन में दरार आई। हालांकि 2019 विधानसभा चुनाव दोनों पार्टियों ने मिलकर लड़ा और जीता। इसके बाद दोनों पार्टियों में मतभेद हुए। 28 नवंबर 2019 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर उद्धव ठाकरे सीएम बने। उद्धव सरकार ने कई उतार-चढ़ावों से गुजरते हुए ढाई साल पूरे किए।2022: एकनाथ शिंदे की बगावत और 2 टुकड़ों में बंटी शिवसेना 2019 में उद्धव ने राज्य सरकार में नगर विकास मंत्री और शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को विधायक दल का नेता बनाया था। मई 2022 में शिंदे ने 39 विधायकों के साथ बगावत की। पॉलिटिकल ड्रामे के बाद उद्धव ने इस्तीफा दिया। 24 घंटे के अंदर शिंदे ने सीएम और देवेंद्र फडणवीस ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली।2023: अजित पवार ने बगावत की, NCP टूट गई NCP के 25वें स्थापना दिवस पर 10 जून 2023 को शरद पवार ने पार्टी के दो कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले के नाम की घोषणा की। NCP में साइडलाइन होने के संकेत मिलने पर 2 जुलाई 2023 को अजित पवार ने 41 विधायकों के साथ महायुति जॉइन कर लिया और शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बन गए।2024 लोकसभा चुनाव में MVA को फायदा, महायुति को नुकसानलोकसभा चुनाव के आधार पर विधानसभा में MVA को बहुमत, कांग्रेस को बढ़तमहायुति जीती तो शिंदे-फडणवीस CM फेस, MVA में तीन नाम आगेझारखंड का सियासी समीकरणझारखंड विधानसभा चुनाव 2019 का एग्जिट पोल, 3 में से 2 सहीहेमंत ने 5 साल में दो बार सीएम पद की शपथ ली, चंपाई बीजेपी में शामिल 2019 में जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी ने मिलकर 47 सीटें हासिल कीं और सरकार बनाई। 31 जनवरी में जमीन घोटाले में हेमंत की गिरफ्तारी हुई। उनकी जगह 2 फरवरी को JMM के चंपाई सोरेन को सीएम बनाया गया था। गठबंधन की सरकार कहीं गिर न जाए, इसके चलते JMM-कांग्रेस के 37 विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट किया गया था।5 महीने जेल में रहने के बाद हेमंत को जमानत मिली। 3 जुलाई को चंपाई ने इस्तीफा दिया। 4 जुलाई को हेमंत ने तीसरी बार झारखंड सीएम पद की शपथ ली थी। 28 मई को चंपाई ने हेमंत सरकार पर उनकी जासूसी का आरोप लगाते हुए JMM से इस्तीफा दिया। 30 मई को चंपाई बीजेपी में शामिल हो गए।
Source: Dainik Bhaskar November 21, 2024 13:01 UTC