3 /6 हर हाल में निबाहें ये रिश्तामहाभारत का वक्त हो या आज का लेकिन यह रिश्ता जीवन में हो तो मुश्किलें बड़ी आसानी से हल हो जाती हैं। मसलन कृष्ण और अर्जुन की दोस्ती हर काल के लिए एक उदाहरण है। वह कृष्ण का नि:स्वार्थ प्रेम और प्रेरणा ही थी जिसने पांडवों को युद्ध में विजय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निबाही थी। इसके अलावा कृष्ण और द्रौपदी की मित्रता। जब द्रौपदी के पति उन्हें जुए में हार गए थे और दुशासन चीरहरण करने लगा। तब श्रीकृष्ण ने ही अपनी मित्रता का धर्म निभाया और सखी की लाज बचाई। एक और प्रेरणादायी दोस्ती है कर्ण और दुर्योधन की। जहां कुंति पुत्र कर्ण अपने दोस्त दुर्योधन की खातिर अपने ही भाइयों से लड़ने से भी पीछे नहीं हटे।
Source: Navbharat Times June 08, 2020 10:52 UTC