Hindi NewsLocalChandigarhThere Are Lines In The Hospital And Crematorium, Why Haste To Privatize Electricity Department In These Circumstances: High Court. Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐपबिजली विभाग के निजीकरण पर रोक: अस्पताल और श्मशान में लाइनें लगीं, इन हालातों में निजीकरण की जल्दबाजी क्यों: हाईकोर्टचंडीगढ़ 7 घंटे पहलेकॉपी लिंकहाईकोर्ट ने फैसले में कहा कि बिजली विभाग चंडीगढ़ में लाभ कमा रहा है। इसके अलावा सिटी ब्यूटीफुल में कस्टमर सेटिस्फेक्शन को बनाए रखना बड़ी बात है और बिजली विभाग इसमें अब तक सफल रहा है। ऐसे में विभाग का निजीकरण का फैसला किस आधार पर लिया गया यह स्पष्ट नहीं है।चंडीगढ़ बिजली विभाग के निजीकरण की कार्रवाई पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है। हाईकोर्ट ने कहा कि फिलहाल बिजली विभाग के निजीकरण के कार्रवाई लंबित रखी जाए। जस्टिस जितेंद्र चौहान और जस्टिस विवेक पुरी की खंडपीठ ने कहा- ‘मौजूदा परिस्थितियों में जब अस्पताल में जगह नहीं है। श्मशान के लिए लंबी लाइनें लगी हुई हैं तो यह बात समझ से परे है कि चंडीगढ़ प्रशासन निजीकरण की कार्यवाही में जल्दबाजी क्यों दिखा रहा है? निजीकरण सभी बीमारियों का इलाज नहीं है, वह भी तब जबकि संबंधित विभाग लाभ में चल रहा हो’।खंडपीठ ने फैसले में कहा कि मौजूदा समय में जब पूरा विश्व भयानक वायरस की गिरफ्त में है और अस्पताल में ऑक्सीजन, ICU की सुविधा तक उपलब्ध नहीं है तो इन विकट परिस्थितियों में लाभ कमा रहे विभाग को निजी हाथों में देने की जल्दबाजी क्यों है? हालात ऐसे हैं कि अदालतें भी अपना काम पूरी तरह से नहीं कर पा रही हैं। ऐसे में निजीकरण की कार्रवाई तेजी से करना समझ से परे है?
Source: Dainik Bhaskar June 01, 2021 06:00 UTC