Hindi NewsLocalRajasthanJaipurSawai madhopur100 Plots Are Being Prepared With An Amount Of 352 Lakh, Auction Of 100 Industrial Units Has Been Decidedबनास किनारे बस रही दुनिया: 352 लाख की राशि से तैयार किए जा रहे हैं 100 भूखण्ड, 100 ओद्योगिक इकाइयों की नीलामी हुई तयसवाई माधोपुर 9 घंटे पहलेकॉपी लिंकरीको इंडस्ट्रियल एरिया।जिले का चौथा इंडस्ट्रियल एरिया के रूप में बनास नदी के किनारे 352 लाख की राशि से रीको द्वारा विकसित किया जा रहा है। वर्तमान में जिले में 3 रीको इंडस्ट्रियल एरिया इकाइयों का संचालन हो रहा है। जिनमें सवाई माधोपुर जिला मुख्यालय पर 2 व गंगापुर सिटी में 1 रीको इंडस्ट्रियल एरिया है।बनास नदी में पर्याप्त पानी होने व मेगा हाइवे पर यह रीको इंडस्ट्रियल एरिया होने से यहां कई इंडस्ट्रियल यूनिट आने की अपार संभावनाएं हैं। करीब 3 माह पहले इस रीको एरिया में भूमि समतलीकरण व सड़क निर्माण कार्य शुरू हुआ चुका है।इससे पहले यहां की भूमि पर बड़े -बड़े टीले थे। स्थानीय ग्रामीणों ने इस भूमि पर खेती कार्य व रास्ते बनाने शुरू कर दिए थे। गौरतलब है की 5 वर्ष पूर्व तत्कालीन विधायक राजकुमारी दिया कुमारी के प्रयासों से 2016 में इस क्षेत्र में रीको इंडस्ट्रियल एरिया आवंटित हुआ था।100 औद्योगिक इकाइयों की होगी स्थापना :जिले के चौथे रीको इंडस्ट्रियल एरिया में 100 इंडस्ट्रियल यूनिट के लिए भूमि विकास कार्य किया जा रहा है। जो कि अगस्त तक पूरा हो जाएगा । रीको इंडस्ट्रियल एरिया में 500 स्क्वायर मीटर से लेकर 10 हजार स्क्वॉयर मीटर के भूखण्ड होंगे। जिनकी विभाग की निर्धारित दर 1600 रुपए प्रति स्क्वायर मीटर है। वर्तमान में इस भूमि पर विकास कार्य में करीब 40 मजदूरों व मशीनरी संसाधनों द्वारा उबड़ खाबड़ भूमि को समतलीकरण करने के साथ ही सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है।अमरूद के उत्पादों के बनाने की अपार सम्भावना:जिलेभर के करीब 15 किलोमीटर से ज्यादा के क्षेत्र में बर्फखाना, सफेदा लखनवी और गोला किस्म के सभी अमरूदों की फसल मौजूद है। यहां के लोगों का कहना है कि पैदावार को देखते हुए 2008 में अमरूद मण्डी स्थापित हुई थी। तब से यह फल किसानों के जीवन यापन का साधन बन गए हैं ।इस सम्बन्ध में रीको अधिकारियों का कहना है कि इस इंडस्ट्रियल एरिया में कई औद्योगिक इकाइयां स्थापित होने की अपार सम्भावना है। यह क्षेत्र बनास नदी में होने क कारण यहां पानी की समस्या नही है। इसके लिए विभाग द्वारा बोरिंग करवाई जाएगी व लालसोट कोटा मेगा हाइवे पर होने से ट्रांसपोर्ट की अच्छी व्यवस्था भी है। जिले भर के क्षेत्र में यहां कृषि उत्पादों व अमरूद से बनाए जाने वाले उत्पादों की इकाइयां स्थापित हो सकती है। जिससे जिले को विकास में बढ़ावा मिलेगा।इनका कहना है :वर्तमान में रीको क्षेत्र में भूमि विकसित कार्य है। अगस्त तक इंडस्ट्रीयल यूनिट की नीलामी शुरू हो जाएगी, इस रीको एरिया में जिले के स्थानीय इकाइयों की स्थापना होने की भरपूर सम्भावना है।जी .एस. मीना, क्षेत्रीय प्रबंधक रीको सवाई माधोपुर
Source: Dainik Bhaskar June 04, 2021 10:07 UTC