सूत्रों ने बताया कि घटना नैब के रावलपिंडी के दफ्तर में हुई. वह तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) भ्रष्टाचार के मामले में अब्बासी के खिलाफ सबूत जुटाने की कोशिश कर रहा था. अन्य अधिकारियों ने हस्तक्षेप कर स्थिति पर काबू पाया, सूत्र ने बताया कि अफसर ने मामले की रिपोर्ट रावलपिंडी नैब के महानिदेशक इरफान नईम मंगी को सौंपी है. इसमें उलटे यह कहा गया है कि अब्बासी ने ही 'प्रतिरोध' दिखाया. अगर यह घटना सही है तो यह पहली बार नहीं है कि पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्रियों को हिरासत में बेइज्जत किया गया हो.
Source: NDTV September 26, 2019 13:30 UTC