Dainik Bhaskar Jun 12, 2019, 01:39 PM IST6 जून को शाम करीब पौने 4 बजे खेलते-खेलते पास ही 9 इंच चौड़े बोरवेल में जा गिरा था नन्हा फतेहवीरलगभग 110 घंटे बाद निकाला जा सका और तब तक उसकी मौत हो चुकी थीसीनियर वकील परमिंदर सिंह सेखों ने लगाई पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में याचिकासंगरूर/चंडीगढ़. पंजाब के संरूर जिले में बोरवेल में गिरने से 2 साल के बच्चे की मौत का मामला अब पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में पहुंच गया है। इस संबंध में वकील परमिंदर सिंह सेखों ने याचिका लगाई है। उनकी मांग है कि इस तरह के मामलों को लेकर सरकार और स्थानीय प्रशासन को गाइडलाइन्स जारी की जाए। संभावना जताई जा रही है कि 17 जून (सोमवार) को सेखों की इस याचिका पर सुनवाई हो सकती है।मौत से एक दिन पहले जन्मदिन था फतेहवीर काफतेहवीर, सुखविंदर की इकलौती संतान है। सुखविंदर सिंह उर्फ लवीश और गगनदीप कौर की शादी करीब 7 साल पहले हुई थी। पांच साल की मन्नतों के बाद जन्मा फतेहवीर सिंह 10 जून को 2 साल का हो जाता, लेकिन इससे पहले 6 जून गुरुवार की शाम करीब पौने 4 बजे फतेहवीर खेलते-खेलते पास ही स्थित 9 इंच चौड़े और 150 फीट गहरे बोरवेल में जा गिरा। मां गगनदीप कौर के मुताबिक पास ही गाड़ी धो रहे पिता लवीश की नजर उस पर पड़ गई थी और उसने बच्चे को पकड़ने की कोशिश भी की, लेकिन पाइप पर ढके प्लास्टिक के जिस कट्टे पर बच्चे का पैर पड़ा था, उसका महज एक छोटा सा टुकड़ा ही हाथ में आया। उसे लगभग 110 घंटे बाद निकाला जा सका और तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। लोगों का आरोप है कि फतेहवीर की मौत प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन की लापरवाही की वजह से हुई है। इसको लेकर दो दिन से बाजार तक बंद हैं।इस तरह रही लापरवाही
Source: Dainik Bhaskar June 12, 2019 07:38 UTC