नगर निगम से बाहर होने के बाद छह महीने बाद भी बिजली निगम द्वारा प्रति महीना बिल में दो प्रतिशत नगर निगम टैक्स जोड़कर दिया जा रहा है। आंतिल समाज सेवा समिति ने इस मुद्दे को उठाया और मंगलवार को असावरपुर गांव में बिजली निगम के खिलाफ रोष व्यक्त किया। समिति के उपप्रधान रामकिशन फौजी का आरोप है कि बिजली निगम ग्रामीणों के साथ धोखा कर रहा है। जब सरकार ने निगम से बाहर कर दिया तो बिल में दो प्रतिशत एम टैक्स को नहीं वसूला जा सकता। वे इसकी शिकायत डीसी से करेंगे और जांच की मांग करेंगे। वे जब तक बिल की अदायगी नहीं करेंगे।आंतिल चौबीसी समाज सेवा समिति के उपप्रधान रामकिशन फौजी, हरिप्रकाश आंतिल, संजय, कैरा, संजय,आनंद, रविंद्र, कैरा, रामकुमार, कैलाश, रमेश आंतिल ने कहा कि सभी 26 गांवों के सहयोग व एकजुटता की वजह से दो जून को सरकार ने राई ब्लॉक के करीब 10 गांवों को नगर निगम से बाहर कर दिया था। इसमें मुरथल, कुमाशपुर, नांगल खुर्द, दीपालपुर, मुकीमपुर, बहालगढ़, खेवड़ा, असावरपुर, जोशी चौहान आदि शामिल थे। नगर निगम से गांव बाहर होने के बाद अब दोबारा से इन गांवों में पंचायती राज संस्था लागू हो जाएगी। जो गांव नगर निगम में शामिल हुए थे उनमें बिजली निगम ने बिल के साथ दो प्रतिशत एम टैक्स यानि नगर निगम टैक्स जोड़ दिया था। जब छह महीने से ये गांव नगर निगम से बाहर हो चुके हैं, लेकिन बिजली निगम अब भी बिल में एम टैक्स जोड़कर भेज रहा है। जब तक उनके बिल से एम टैक्स नहीं हटाया जाएगा, वे बिजली के बिल नहीं भरेंगे। आंतिल चौबीसी समाज सेवा समिति इस बारे में डीसी को भी ज्ञापन सौंपेगी।राई. बिजली निगम द्वारा भेजे जा रहे बिल दिखाते ग्रामीण।
Source: Dainik Bhaskar December 18, 2018 21:22 UTC