हालांकि शहर के कई अस्पतालों से संपर्क करने के बावजूद भी इस बुजुर्ग को समय पर प्राइवेट या निजी अस्पताल में बेड नहीं मिल सका था. अनिल ने NDTV को बताया कि दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS), मैक्स अस्पताल, सर गंगा राम अस्पताल, राजीव गांधी अस्पताल ने यह कहते हुए उन्हें एडमिट करने से इनकार कर दिया था कि जगह खाली नहीं है. परिवार ने आखिरकार दिल्ली हाईकोर्ट से हस्तक्षेप का आग्रह करने का फैसला किया था. परिवार ने बुधवार को एक याचिका दायर की थी जिसमें एक सरकारी अस्पताल में वेंटिलेटर के साथ बेड और बीपीएल (गरीबी रेखा से नीचे) कार्ड के तहत मुफ्त इलाज की मांग की गई थी. गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में कोरोना के केसों की संख्या बढ़ी है ओर शहर में कोरोना के मामलों की संख्या 25,000 के आंकड़े को पार कर चुकी है.
Source: NDTV June 05, 2020 14:19 UTC