तेंदुए की अफवाह से चंडीगढ़ में हड़कंप: फॉरेस्ट विभाग के सर्च ऑपरेशन में नहीं मिला 'जंगली शिकारी', नयागांव में कैमरे में कैद हुआ था - News Summed Up

तेंदुए की अफवाह से चंडीगढ़ में हड़कंप: फॉरेस्ट विभाग के सर्च ऑपरेशन में नहीं मिला 'जंगली शिकारी', नयागांव में कैमरे में कैद हुआ था


Hindi NewsLocalChandigarhRumors Of Leopard Stirred Up In Chandigarh, Search Of Forest Department Team; Leopard Not Found; Leopard Was Caught On Camera In Nayangaonतेंदुए की अफवाह से चंडीगढ़ में हड़कंप: फॉरेस्ट विभाग के सर्च ऑपरेशन में नहीं मिला 'जंगली शिकारी', नयागांव में कैमरे में कैद हुआ थाचंडीगढ़ 14 घंटे पहलेकॉपी लिंकचंडीगढ़ में शनिवार को तेंदुआ घूमने की अफवाह पर हड़कंप मच गया। सुबह किसी ने सूचना दी कि हल्लोमाजरा से विकास नगर मार्ग के साथ के जंगली इलाके में ओवरब्रिज के नीचे तेंदुआ देखा। इसके बाद इस क्षेत्र में लोगों का जमघट लग गया। यहां से कई प्रवासी लोग साइकिल पर फैक्ट्री आदि में नौकरी के लिए निकलते हैं। तेंदुए को देखने के लिए भीड़ काफी देर तक यहां खड़ी रही, मगर तेंदुआ नजर नहीं आया।सर्च किया मगर नहीं मिलाइसके बाद सूचना पाकर मौके पर फॉरेस्ट विभाग की टीम यहां पहुंची और काफी देर तक सर्च ऑपरेशन चलाया। यहां न तो तेंदुए के पंजों के निशान मिले और न ही तेंदुआ होने का कोई सुराग हाथ लगा। वहीं जिस व्यक्ति ने तेंदुआ देखे जाने की कॉल की थी वह भी नहीं मिला। ऐसे में टीम चली गई।फॉरेस्ट एंड वाइल्ड लाइफ इंस्पेक्टर राम कुमार ने बताया कि अक्सर लोगों द्वारा ऐसी तेंदुआ होने की अफवाह उड़ा दी जाती है। पिछले महीने भी करीब आधा दर्जन ऐसी कॉल्स आई थी और सभी अफवाहें निकली। हालांकि उनके विभाग की टीम ऐसी शिकायतें मिलने के बाद मौके पर तुरंत पहुंच जाती है।नयागांव में कैमरे में कैद हुआ था तेंदुआकरीब 6 दिन पहले नयागांव की कुमाऊं कॉलोनी में भी तेंदुआ देखा गया था। एक घर के बाहर लगे सीसीटीवी में तेंदुआ कैद हो गया था। पिछले साल मई में कंसल फॉरेस्ट में तेंदुआ देखा गया था। उससे पहले मार्च 2020 में सेक्टर 5 की एक कोठी में तेंदुआ घुस आया था। उसे रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा गया था।गौरतलब है कि शहर में 2 रिजर्व फॉरेस्ट हैं- कंसल और नेपली फॉरेस्ट। यहां पर ट्रैकिंग के लिए भी लोग जाते हैं। यहां कई बार तेंदुए के पंजों के निशान पाए गए हैं। इसके आगे मोरनी (हरियाणा) के जंगल भी हैं। यहां भी तेंदुओं के होने की जानकारी मिली है। ऐसे में कोई तेंदुआ कई बार रास्ता भटक कर शहर में आने की संभावना बढ़ जाती है।


Source: Dainik Bhaskar April 02, 2022 08:45 UTC



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