मनी लॉन्डिरिंग कार्रवाई से गुजर रही है कंपनीदिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही है जेपी इंफ्राटेकMoneybhaskar.com Aug 01,2019 06:18:00 PM ISTनई दिल्ली. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नोएडा में जेपी समूह की बड़ी आवासीय परियोजना विशटाउन (WishTown) में फ्लैट बुक कराने वाले हजारों लोगों के दुख को साझा करते हुए कहा कि शहरी विकास मंत्रालय के साथ उनका मंत्रालय पूरी गंभीरता से उनकी समस्या के संतोषजनक समाधान के लिए काम कर रहा है। इस परियोजना में 23,600 लोगों के फ्लैट अटके पड़े हैं।सरकार कर रही सक्रियता से कामलोकसभा में दिवाला एवं शोधन अक्षमता संशोधन विधेयक पर चर्चा में तृणमूल कांग्रेस के सदस्य प्रो. सौगत राय द्वारा यह मामला उठाए जाने पर वित्त मंत्री ने अपने जवाब में कहा कि जे पी समूह के फ्लैट बुक कराने वालों की दिक्कतों को लेकर सरकार बहुत गंभीर है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय शहरी विकास मंत्रालय के साथ लगातार संपर्क में है। सरकार जेपी समूह की परियोजना में फ्लैट बुक कराने वालों को संतोषजनक समाधान देने के लिए सक्रियता से काम कर रही है।दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही है कंपनीदिवालिया प्रक्रिया सामना कर रही जेपी इंफ्राटेक को समाधान के लिए 90 दिन का अतिरिक्त समय मिला है। नेशनल कंपनी लॉ अपीलेट टिब्यूनल (NCLAT) ने मंगलवार को कर्ज में डूबी कंपनी जेपी इंफ्राटेक के लिए फिर से बोली लगाए जाने की मंजूरी दे दी है। कंपनी के प्रमोटर जेपी समूह को नीलामी में हिस्सा लेने से रोक दिया गया। नई नीलामी के लिए NCLAT ने कंपनी की समाधान योजना की अवधि को 90 दिनों के लिए बढ़ा दिया। ट्रिब्यूनल की दो सदस्यीय पीठ ने मामले के समाधान पेशेवर को भी 45 दिन का समय देते हुए कहा कि वह इस अवधि में नई बोलियां आमंत्रित करने की प्रक्रिया पूरी कर ले। पीठ ने समाधान पेशेवर के साथ ऋणदाताओं के समूह (सीओसी) को भी नई बोली की चुनाव प्रक्रिया पूरी करने का निर्देश दिया है।मनी लॉन्डरिंग कार्रवाई से गुजर रही है कंपनीजेपी समूह की कर्ज में डूबी कंपनी जेपी इंफ्राटेक द्वारा फ्लैट देने में अत्यधिक देरी के कारण 23,000 से अधिक मकान खरीदार फंसे हुए हैं। जेपी इंफ्राटेक ऋण शोधन कार्यवाही से गुजर रही है। सार्वजनिक क्षेत्र की एनबीसीसी और मुंबई का सुरक्षा समूह दिवालिया जेपी इंफ्राटेक के अधिग्रहण की दौड़ में आगे है। जेपी समूह ने भी समाधान योजना पेश किया, लेकिन कर्जदाता फिलहाल इस पर विचार नहीं कर रहे हैं।
Source: Dainik Bhaskar August 01, 2019 13:18 UTC