जिले में 55 गांवों का पानी है फ्लोराइड प्रभावित, इसके लिए जागरूकता जरूरी - News Summed Up

जिले में 55 गांवों का पानी है फ्लोराइड प्रभावित, इसके लिए जागरूकता जरूरी


स्कूली स्वच्छता एवं फ्लोराइड नियंत्रण हेतु एक दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 19 अक्टूबर को सुबह 11 से 2 बजे तक जिला कार्यालय में किया गया। इसमें शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पीएचई विभाग, जल संसाधन विभाग, महिला बाल विकास विभाग के अफसरों के अलावा समाज सेवी संस्थान के प्रतिनिधी उपस्थित थे। जिले में फ्लोराइड प्रभावित 55 गांव है।फ्लोराइड पर 20 प्रश्न आंकलन के रूप से लिखित लिया गया कि अधिकारी-कर्मचारियों को इस संबंध में जानकारी है या नहीं। कलेक्टर केएल चौहान ने कहा फ्लोराइड को लेकर किसी एक विभाग की जिम्मेदारी नहीं है। सभी विभाग को इस संबंध में जानकारी पूरी रहनी चाहिए और आम लोगों को कराना चाहिए।लालिमा योजना के तहत खून की कमी दूर करने अधिक से अधिक मुनगा का पेड़ लोगों को लगाना और सेवन करना चाहिए। सीएमएचओ डॉ. जेएल उइके ने कहा कि यह जनस्वास्थ्य समस्या है, सभी को जानकारी रहनी चाहिए। साफ पानी सभी को मिलना चाहिए। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता आरआर वैष्णव, जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. लोकेश देव ने बताया 15 नवंबर से 15 दिसंबर तक फ्लोराइड पानी को लेकर जांच की जाएगी।फ्लोराइड नियंत्रण के लिए एक दिनी कार्यशाला का आयोजन किया गया।वाटर एड एनजीओ के अनुराग गुप्ता, समर्थन से देवीदास निम्जे ने अधिकारी-कर्मचरियों को जानकारी दी कि किस प्रकार फ्लोराइड युक्त पानी से शरीर के दांत व शरीर की हड्डी पर प्रभाव पड़ रहा है। कार्यशाला में जिला शिक्षा अधिकारी अर्जुन लाल मेश्राम, पीएचई विभाग के एसडीओ एके वर्मा, बीईओ भुवन जैन सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे। डॉ. विनोद वैद्य ने बताया कि फ्लोराइड का प्रभाव जिले के 55 गांवों में है। अब तक जांच में 86 लोगों के हड्डियों पर इसका प्रभाव देखा गया है जिनका इलाज चल रहा है। 257 लोगों के दांत पर इसका प्रभाव पड़ा है जिनका भी इलाज चल रहा है।


Source: Dainik Bhaskar October 21, 2019 01:41 UTC



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