नई दिल्ली: राम मंदिर में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की गई। इस दिन का हर किसी को बेसब्री से इंतजार था। प्राण प्रतिष्ठा के लिए कई तरह के भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। हर तरफ राम नाम की धुन सुनने को मिल रही थी। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यजमान के रूप में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और आरएसएस के चीफ मोहन भागवत समेत कई नेता मौजूद रहे। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रसिद्ध कवि, लेखक एवं गीतकार प्रसून जोशी ने एक कविता लिखी है। इस कविता में उन्हें कहा है कि हमारा जन्म सफल हो रहा है कि हम राम जी को आते देख रहे हैं। प्रसून जोशी की कविता इस प्रकार है-प्रसून जोशी की कवितादेख रहे हम राम को आते,जन्म सफल हो रहा हमारा।प्रेम अश्रु छलकाओ सारे,मन दर्पण धुल रहा हमारा।गगन सुन रहा है वंदन में,धरा रुक रही खड़ी नमन में।पंचतत्व सब ठहर गए हैं,एक विनय-सी है कण-कण में,आंखों में रघुवंशी तारा।यह भी पढ़ें: Tijori Ke Upay: खाली नहीं होने देना चाहते अपनी तिजोरी, तो रोजाना करें ये कामहम कहते थे घोर है कलयुग,कैसे राह मिलेगी हमको।हम कहते थे सघन धूप है,कैसे छांह मिलेगी हमको,पी लो अमृत बरस पड़ा है,और नहीं अब कड़वा खारा।राम डली घुलने दो मन में,मंद-मंद मुसकाते जाओ,राम नाम रख लो होंठों पर,धीरे-धीरे गाते जाओ,बड़े भाग हैं इस पीढ़ी के,मगन हुआ अस्तित्व ये सारा।बड़े अभागे हो यदि तुमको,राम नाम पर प्रेम न आए,अंधकार का दोष नहीं यदि,दीपक कोई बुझाता जाए,राम नाम की बरखा में तोपूरी सृष्टि भीग जाती है,मूल भीगता शूल भीगताबंजर धरती तर जाती है,एक सूत्र में पिरो सके जो,एक ऐसी दूजी शक्ति कहां है,पत्थर तैर जाए सागर में,एक ऐसी दूजी भक्ति कहां है,उन भक्तों को नमन जिन्होंने,रघुनंदन और राम पुकारा।राम नाम ऐसा धागा,जिससे हम-तुम जुड़ें हुए हैं,थाम के अंगुली इसी सत्य की,युगों-युगों में खड़े हुए हैं।कौन राम को बांट सका है,राम नाम दोहराते जाओ,सबको अपने राम मिलेंगे,सारे कलुष मिटाते जाओ,राम नाम की ज्योति जलाओदूर करो सारा अंधियारा।यह भी पढ़ें: Vastu Tips For Clock: घर की इस दिशा में भूलकर भी न लगाएं घड़ी, वरना बिजनेस के मार्ग में आएगी बाधाPrasoon Joshi- prasoonjoshi@gmail.com
Source: Dainik Jagran January 23, 2024 00:50 UTC