सैंटियागो, एजेंसी । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सोमवार को चिली में अपने समकक्ष सेबेस्टियन पिनेरा के साथ मुलाकात की और आपसी हितों को लेकर व्यापक मुद्दों पर चर्चा की। दोनों देशों ने खनन, संस्कृति और विकलांगता के क्षेत्र में तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए। पुलवामा आतंकी हमले की कड़ी निंदा के लिए पिनेरा को धन्यवाद देते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि दोनों देश आतंकवाद से निपटने के लिए साथ संयुक्त रूप से काम करने पर राजी हैं।दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय वार्ता के दौरान चिली ने ऐलान किया वह अमेरिका के वैध वीजा रखने वाले भारतीय नागरिकों को वीजा मुक्त प्रवेश की अनुमति देगा। चिली के फैसले का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि इससे दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों को बढ़ावा मिलेगा।— President of India (@rashtrapatibhvn) April 1, 2019इसके अलावा दोनों देश रक्षा, अंतरिक्ष अनुसंधान और अन्वेषण के क्षेत्र में सहयोग एवं उसके अवसरों का पता लगाने पर सहमत हुए। सोमवार को राष्ट्रपति कोविंद ने 'द गांधी फार द यंग' विषय पर चिली विश्वविद्यालय के छात्रों एवं शिक्षकों को भी संबोधित किया। इस मौके पर राष्ट्रपति को एक रिक्टोरल पदक भी प्रदान किया गया।— ANI Digital (@ani_digital) April 2, 2019चिली विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने यहां के लिए एक अंतरिक्ष कार्यक्रम विकास के लिए रणनीति पर राष्ट्रपति को जानकारी साझा की। चिली विश्वविद्लाय के शोधकर्ताओं ने 'चिली के लिए एक अंतरिक्ष कार्यक्रम के विकास के लिए रणनीति" पर राष्ट्रपति को जानकारी दी।राष्ट्रपति कोविंद ने चिली के वैज्ञानिकों के साथ वार्ता की। इस बैठक में चिली के वह वैज्ञानिक भी शामिल थे, जिन्होंने नैनोसेटलाइट का निर्माण किया था। इस नैनोसेटलाइट को भारत अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने 2017 में लांच किया था।बता दें कि राष्ट्रपति कोविंद अपनी तीन देशों की यात्रा के अंतिम चरण में दक्षिण अमेरिकी देश चिली में हैं। रविवार को चिली की राजधानी सैंटियागो पहुंचने पर राष्ट्रपति का भव्य स्वागत किया गया था। चिली के सैंटियागो में प्लाजा डे ला इंडिया में राष्ट्रपति कोविंद ने महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरू और रविंद्र नाथ टैगोर की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया।। इस मौके पर कोविंद ने कहा कि भारतीय समुदाय चिली समाज में अच्छी तरह से घुलमिल गया है। चिली समाज में भारतीय संस्कृति ने एक अच्छी प्रतिष्ठा हासिल की है।इसके पूर्व बोलिविया में कोविंद ने प्रवासी भारतीयों के कार्यक्रम में शिरकत किया। इस मौके पर उन्होंने भारतीयों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यहां काम करने वाले भारतीय दोनों देशों के संबंधों को मजबूत बनाने में मददगार हैं। राष्ट्रपति ने प्रवासी भारतीयों से भारत के आर्थिक विकास में सहयोग करने की अपील की। राष्ट्रपति कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद गत सोमवार को क्रोएशिया, बोलीविया और चिली की राजकीय यात्रा पर रवाना हुए थे। वह क्रोएशिया और बोलीविया की यात्रा करने वाले भारत के पहले राष्ट्रपति थे।इस दौरान राष्ट्रपति इन देशों को नेताओं से मुलाकात कर व्यापार, निवेश तथा नवीकरण ऊर्जा के क्षेत्र में संबंध मजबूत बनाने पर वार्ता हुई। बता दें कि राष्ट्रपति सबसे पहले 25 से 28 मार्च तक क्रोएशिया में थे। किसी भारतीय राष्ट्रपति का इस यूरोपीय देश का यह पहला दौरा था। कोविंद 28 मार्च को क्रोएशिया से तीन दिवसीय दौरे पर बोलीविया में थे। उसके बाद 30 मार्च को वह चिली पहुंचे। भारत और बोलिविया के बीच राजनयिक संबंध स्थापित होने के बाद यह भारतीय राष्ट्रपति की पहली उच्चस्तरीय यात्रा थी।Posted By: Ramesh Mishra
Source: Dainik Jagran April 02, 2019 03:35 UTC