Dainik Bhaskar May 17, 2019, 05:41 AM ISTपिंजौर की रहने वाली महक कॉमर्स की थी स्टूडेंटपिंजौर. हरियाणा में बुधवार को भिवानी बोर्ड का 12वीं का रिजल्ट आया था। पिंजौर में रेलवे काॅलोनी सूरजपुर में रहने वाली 12वीं की स्टूडेंट महक एक पेपर में फेल हो गई थी। इतनी छोटी सी बात को उसने दिल पर लगा लिया और सुसाइड कर लिया। महक ने 12वीं में कॉमर्स ले रखी थी और वह एक सब्जेक्ट बिजनेस में फेल हो गई थी। इस कारण वह अंदर ही अंदर दुखी थी।वीरवार सुबह महक की मां अनु नौकरी पर और पिता शमशेर सिंह अपनी ड्यूटी पर चले गए। दिन में महक की छोटी बहन किसी काम से पड़ोस में चली गई। जब वह वापस आई तो कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। छोटी बहन ने काफी शोर मचाया, लेकिन महक ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद पड़ोसी को बुलवाकर दरवाजा खुलवाया गया। अंदर महक फंदे पर लटकी हुई थी। लोगों ने चाकू से चुन्नी काटकर महक को नीचे उतारा, लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुकी थी। पुलिस को मौके से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है।क्यों उठाया इतना बड़ा कदम :मृतक की मां अनु ने रोते हुए कहा कि ‘बेटी तुमने यह क्या कर दिया। दोबारा पेपर देकर पास हो जाती। इतना बड़ा कदम क्यों उठा लिया’।पेपर में फेल होने से जिंदगी नहीं रुक जाती :पढ़ाई को लेकर पेरेंट्स का बच्चों पर ज्यादा दबाव रहता है। पेरेंट्स उनकी क्षमता को आंकने के बजाय उनके नंबरों पर ज्यादा जोर देते हैं। हर पेरेंट्स चाहता है कि उनका बच्चा टॉपर बनें, लेकिन यह गलत है। जितने भी सफल व्यक्ति रहे हैं, वह नंबरों की वजह से नहीं, बल्कि अपनी योग्यता की वजह से सफल हुए हैं।अगर बच्चा अकेला बैठा है और मायूस है, बात नहीं कर रहा है तो संकेत हैं कि वह ठीक नहीं है। उसकी तुरंत काउंसिलिंग करवानी चाहिए। इस केस के अनुसार लड़की एक पेपर में फेल हुई थी। एक पेपर दोबारा देकर आराम से पास हो सकती थी, बस यही बात उसे समझाने की जरूरत थी। घरवालों को बच्चे से प्यार से बात करनी चाहिए। -डाॅ. बीएस चवन, डायरेक्टर प्रिंसिपल जीएमसीएच-32
Source: Dainik Bhaskar May 17, 2019 00:10 UTC