आलू-प्याज संभले, अब तेल की बारी सूत्रों के अनुसार इसी हफ्ते गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में ये मुद्दा उठाया गया था। बैठक में कहा कि करीब 30 हजार टन प्याज का निर्यात कर के प्याज की कीमतों को संभाल लिया गया है और आलू की कीमतें भी अब स्थिर हो चुकी हैं, लेकिन खाने के तेल की कीमतें लगातार बढ़ती ही जा रही हैं। जिस तरह से हालात बन रहे हैं अब सरकार को तेल कीमतें नीचे लाने की कोशिशें करनी होंगी।अब कितनी हो गई है कीमत कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्ट्री से मिले आंकड़ों के अनुसार सरसों का तेल गुरुवार को 120 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा था, जो करीब साल भर पहले महज 100 रुपये लीटर के भाव पर बिक रहा था। वहीं वनस्पति घी की बात करें तो साल भर पहले इसकी कीमत 75.25 रुपये प्रति किलो थी, जो अब 102.5 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। वहीं सोयाबीन ऑयल अभी 110 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है, जो 18 अक्टूबर 2019 को 90 रुपये बिक रहा था। इसी तरह सूरजमुखी और पाम ऑयल की कीमतें भी बढ़ गई हैं।
Source: Navbharat Times November 20, 2020 09:20 UTC