कृषि विभाग ने किसानों को तिल की व्यावसायिक खेती से तिलकुट उद्योग के फायदों के बारे में विस्तार से बताया और इसकी खेती को लेकर किसानों को प्रोत्साहित भी किया जा रहा है. ऐसे में कृषि विभाग के द्वारा बिहार के गया जिले में किसानों को तिल की खेती करने को लेकर प्रोत्साहित किया जा रहा है. किसानों को उनके उत्पाद का न्यूनतम समर्थन मूल्य से अधिक मिला मूल्यतिलकुट व्यवसाय से जुड़े व्यापारियों ने किसानों से सम्पर्क कर औसतन 140-180 रूपये प्रति किलो के दर से तिल की खरीदारी की गई, जो कि तिल के न्यूनत्तम समर्थन मूल्य से अधिक था. मगध प्रमण्डल में तिल उत्पादन को बढ़ावाअग्रवाल ने कहा कि गत वर्ष के गरमा मौसम में तिल की खेती की सफलता को देखते हुए कृषि विभाग द्वारा खाद्य एवं पोषण सुरक्षा-कृषोन्नति योजना (एन॰एफ॰एस॰एम॰) और राज्य योजना के अंतर्गत तिल के प्रभेद जी॰टी॰-5 के 50 क्विंटल बीज अनुदानित दर पर किसानों को उपलब्ध कराया गया. उन्होंने कहा कि मगध प्रमण्डल के जिलों में गरमा मौसम में तिल की खेती का प्रत्यक्षण किया जा रहा है, जिससे तिल उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा.
Source: Dainik Jagran June 02, 2024 00:31 UTC