Dainik Bhaskar Jan 08, 2019, 08:06 AM ISTखेल डेस्क. भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट की सीरीज 2-1 से जीत ली। इसके साथ ही वह ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर टेस्ट सीरीज अपने नाम करने वाली एशियाई की पहली टीम बनी और विराट कोहली पहले एशियाई कप्तान बने। 1947-48 से ऑस्ट्रेलिया में अब तक एशिया के 28 कप्तानों ने अपनी टीम की अगुआई की है। इस दौरान एशियाई टीमों ने वहां 98 टेस्ट खेले, लेकिन सिर्फ आठ कप्तान ही अपने टीम को जिता पाए। इनमें से सबसे ज्यादा 5 कप्तान भारत के हैं।एशियाई टीम के कप्तान के तौर पर भारत के बिशन सिंह बेदी, विराट कोहली और पाकिस्तान के मुश्ताक मोहम्मद ने ऑस्ट्रेलिया में सबसे ज्यादा दो-दो टेस्ट जीते। सुनील गावस्कर, सौरव गांगुली और अनिल कुंबले की अगुआई में भारत को ऑस्ट्रेलिया में 1-1 टेस्ट में जीत मिली।अन्य एशियाई देशों की बात करें तो पाकिस्तान के तीन कप्तान वहां टेस्ट जीतने सफल रहे। मुश्ताक के अलावा जावेद मियादाद और वसीम अकरम को एक-एक सफलता हाथ लगी। श्रीलंका और बांग्लादेश का कोई भी कप्तान वहां सफल नहीं हो सका।ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट जीतने वाले एशियाई कप्तान कप्तान देश साल कितने टेस्ट जीते मुश्ताक मोहम्मद पाकिस्तान 1977-79 2 बिशन सिंह बेदी भारत 1977-78 2 सुनील गावस्कर भारत 1981 1 जावेद मियांदाद पाकिस्तान 1981 1 वसीम अकरम पाकिस्तान 1995 1 सौरव गांगुली भारत 2003 1 अनिल कुंबले भारत 2008 1 विराट कोहली भारत 2018 2लाला अमरनाथ ऑस्ट्रेलिया में खेलने वाले पहले भारतीय कप्तान ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम की अगुआई सबसे पहले लाला अमरनाथ ने की थी। उनके बाद चंदू बोर्डे, मंसूर अली खान पटौदी, बिशन सिंह बेदी, सुनील गावस्कर, कपिल देव, मोहम्मद अजहरुद्दीन, सचिन तेंडुलकर, सौरव गांगुली, अनिल कुंबले, महेंद्र सिंह धोनी, वीरेंद्र सहवाग और विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम की कप्तानी की।धोनी दो दौरे पर कप्तान रहे, लेकिन सीरीज नहीं जिता पाए महेंद्र सिंह धोनी इकलौते भारतीय हैं, जिन्होंने बतौर कप्तान दो बार ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया, लेकिन एक भी मैच नहीं जीत पाए। 2014 की सीरीज में उन्होंने संन्यास की घोषणा की थी, जिसके बाद कोहली को टीम की कमान मिली। 2011-12 की सीरीज में धोनी की जगह एक मैच में सहवाग ने भी कप्तानी की थी।
Source: Dainik Bhaskar January 08, 2019 02:26 UTC