पूर्व पाकिस्तान कप्तान शाहिद अफरीदी ने दावा किया है कि जब वह अंडर-14 के ट्रायल में हिस्सा लेने पहुंचे थे उस वक्त उन्हें खुद अपनी उम्र का अंदाजा नहीं था और इसी वजह से उनकी उम्र को लेकर सारी गलतफेहमी शुरू हुई।अपनी धुंआधार बल्लेबाजी के लिए मशहूर अफरीदी ने अपनी उम्र को लेकर खुलासा करते हुए कहा कि जब उन्होंने 37 गेंदों में शतक जड़ा था उस वक्त वह 16 नहीं बल्कि 19 साल के थे। जबकि उनकी किताब के मुताबिक अफरीदी 21 साल के थे।अफरीदी को ऑटोबायोग्राफी में अपनी सही उम्र के बारे में लिख कर कोई पछतावा नहीं है। उन्होंने यह तक कहा कि किताब के पहले एडिशन में उनके जन्म का साल गलत लिखा था जिसे उन्होंने ठीक करवाया। अफरीदी ने कहा, " मेरी उम्र को लेकर जितनी गड़बड़ हुई उसकी वजह यह थी कि जिस वक्त मैं अंडर-14 ट्रायल्स में हिस्सा लेने पहुंचा तब सिलेक्टर्स ने मेरी उम्र पूछी और मैंने वही बताया जो मुझे बताने को कहा गया था। उस वक्त से ही मेरी वही उम्र क्रिकेट बोर्ड के रिकॉर्ड्स में दर्ज हो गई।"अफरीदी ने एक टीवी चैनल से बात करते हुए कहा, " मुझे कोई पछतावा नहीं है क्योंकि साल 1996 से चाहे मेरी उम्र जो भी हो सबसे तेज शतक बनाने का रिकॉर्ड मेरे नाम पर ही दर्ज है। इस पाकिस्तान के पूर्व कप्तान की किताब रिलीज से पहले ही खबरों में बनी हुई है। अफरीदी ने कहा कि उनका जन्म मरदान के गांव में हुआ था और उस वक्त वहां जन्म की तारीख का रिकॉर्ड या बर्थ सर्टीफीकेट जैसी कोई चीज नहीं होती थी।"अफरीदी ने कहा, " जब मेरा परिवार कराची शिफ्ट हुआ, उस वक्त मैं सिर्फ अपने जन्म का महीना और तारीख जानता था लेकिन मुझे साल का अंदाजा नहीं था। और इसलिए अंडर-14 ट्रायल के समय गलत साल रिकॉर्ड हो गया।" आपको बता दें कि अफरीदी ने अपनी किताब में साफ किया है कि उनका जन्म साल 1977 में हुआ था जबकि किताब में 1975 लिखा गया है।"लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एपPosted By: Ruhee Parvez
Source: Dainik Jagran May 10, 2019 04:30 UTC