सबसे पहले रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव का बयान पढ़िए-. यूक्रेन ने रूस पर अमेरिका से मिली 6 लॉन्ग रेंज मिसाइल दागीं: यूक्रेन ने 19 नवंबर को रूस पर 6 अमेरिकी बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया। इस वॉर में यह पहली बार है जब यूक्रेन ने लॉन्ग रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल किया है। कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि अमेरिका ने इसकी इजाजत 17 नवंबर को ही दे दी थी।2. नॉर्थ कोरिया के सैनिक रूस की तरफ से लड़ रहे: 20 नवंबर को साउथ कोरिया ने अपनी खुफिया एजेंसी के हवाले से बताया कि नॉर्थ कोरिया ने रूस की मदद के लिए करीब 11 हजार सैनिक भेजे हैं। यह सैनिक रूस की ओर से यूक्रेन के खिलाफ लड़ रहे हैं। साउथ कोरिया ने यह भी दावा किया कि नॉर्थ कोरिया रूस को हथियार भेजकर भी मदद कर रहा है।5. रूस ने कहा- यूक्रेन को अमेरिका का ऑपरेशनल सपोर्ट: 19 नवंबर को रूस के विदेश मंत्री सरगेई लावरोव ने कहा कि यूक्रेन के हमले का मतलब है कि पश्चिमी देश इस वॉर को और बढ़ाना चाहते हैं। रूस ने यह भी कहा कि अमेरिका के ऑपरेशनल सपोर्ट के बिना इन मिसाइलों को लॉन्च नहीं किया जा सकता। ऐसे में अमेरिका सीधे तौर पर रूस के सामने है, जिसका जवाब देने के लिए वह बाध्य है। रूस के अनुसार वह इस हमले को वॉर के नए फेज की तरह देख रहा है और उसी तरह इसका जवाब भी देगा।2. तो इस पर उन्होंने जवाब दिया कि बाइडेन को चार साल कार्यकाल के लिए चुना गया था, न कि तीन साल और 10 महीने कार्यकाल के लिए। जब ट्रम्प सत्ता संभालेंगे, तो वह अलग फैसले ले सकते हैं।बाइडेन के फैसले को प्रो.
Source: Dainik Bhaskar November 22, 2024 18:08 UTC