झपटमारों का आतंक चरम पर है। पुलिस की धर-पकड़ के बावजूद रोजाना नए-नए गिरोह पैदा हो रहे हैं। इसलिए पुलिस को इन पर शिकंजा कसने में दिक्कत हो रही है लेकिन एक स्टूडेंट ने तीन दिन तक लगातार कड़ी मेहनत कर अपनी सूझबूझ से एक झपटमार को दबोच लिया। आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया है, जिसकी पहचान खजूरी खास के रहने वाले पवन शर्मा (19) के रूप में हुई।आरोपी से स्डूटेंट का फोन रिकवर नहीं हो सका है, क्योंकि वह उसे बेच चुका है। आरोप है कि यह फोन एक लाख रुपये का था, जिसे आरोपी ने महज 1800 रुपये में बेच दिया।पीड़ित योगेश यादव (27) परिवार के साथ खजूरी खास के अशोक नगर में रहते हैं। वह मुखर्जी नगर के एक कोचिंग सेंटर से यूपीएससी एग्जाम की तैयारी कर रहे हैं। वह 7 जून को बस से घर लौट रहे थे। खिड़की के पास वाली सीट पर बैठे थे और फोन पर मेसेज चेक कर रहे थे। रात 9:40 पर बस खजूरी फ्लाइओवर के पास पहुंची तो वहां जाम था। इसलिए बस की स्पीड स्लो थी। इसी दौरान एक झपटमार ने बस की खिड़की से फोन झपट लिया।पीड़ित स्टूडेंट बस रुकवाकर पैदल ही भागा, लेकिन झपटमार फरार हो गया था। इसकी शिकायत घटना स्थल से थोड़ी दूरी पर खड़े पुलिसकर्मियों से की गई तो उन्होंने थाने में शिकायत दर्ज करवाने की सलाह दी। स्टूडेंट मायूस होकर घर चला गया और ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करवाई।पीड़ित योगेश ने बताया कि वारदात के बाद आसपास के लोगों से झपटमारी की वारदातों के बारे में तहकीकात की। जानकारी मिली कि खजूरी रोड पर रोजाना झपटमारी की वारदात होती हैं। पांच-छह युवकों का एक गैंग रोजाना शाम को झपटमारी करता है। इसलिए वह रोजाना शाम को कोचिंग सेंटर से वारदात वाली जगह पर पहुंचते और झपटमार को ढूंढते। सोमवार रात को आरोपी को स्टूडेंट ने देख लिया, भागकर उसे दबोच लिया। वहां भीड़ जुट गई, जिसने झपटमार की पिटाई कर दी। पुलिस आरोपी के जरिए चोरी के फोन खरीदने वालों को बारे में पूछताछ कर रही है।
Source: Navbharat Times June 13, 2019 05:47 UTC