बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता और राज्य के पूर्व डेप्युटी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा है कि केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को बिहार में हराने के लिए महागठबंधन पूरी तरह से तैयार है। राजधानी पटना में महागठबंधन की बैठक हुई है और इसमें यह तय किया गया है कि लोकसभा चुनाव में एकजुट होकर एनडीए को हराना है। इसके लिए महागठबंधन तैयार है। हालांकि, उन्होंने सीटों के बंटवारे के बारे में कुछ भी नहीं बताया।तेजस्वी ने एनडीए के गठबंधन को अवसरवादी करार दिया। उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, 'पटना स्थित आवास पर कल (सोमवार) महागठबंधन की बैठक हुई। बैठक में तय किया गया कि चुनाव में चट्टानी एकता के साथ एनडीए को हराना है और इसके लिए महागठबंधन पूर्ण तैयार है। NDA के अवसरवादी गठबंधन और पलटू जी की जनादेश डकैती व सिद्धांतहीन राजनीति से बिहार त्रस्त है। जनता इन्हें कड़ा सबक सिखाएगी।'इस बैठक के बाद भी तेजस्वी यादव ने यह नहीं बताया कि बिहार में महागठबंधन में शामिल दल कितनी-कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। दरअसल, एनडीए के घटक दलों बीजेपी, जेडीयू और लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के बीच बिहार में सीट साझेदारी की घोषणा के बाद से सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन लगातार विरोधियों के निशाने पर है। इसी को देखते हुए महागठबंधन में शामिल दलों की बैठक बुलाई गई थी।तेजस्वी के आवास पर सोमवार को आयोजित बैठक को महागठबंधन की सीट बंटवारे पर फॉर्म्युला तय कर अपने विरोधियों का मुंह बंद करने की एक कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। महागठबंधन सूत्रों के अनुसार आरजेडी प्रमुख की जमानत याचिका पर झारखंड हाई कोर्ट द्वारा फैसला सुरक्षित रखे जाने के कारण अंतिम तौर में सीट समझौते को उनकी रिहाई तक टाला जा सकता है, लेकिन 14 जनवरी को खरमास खत्म होने के बाद इसको लेकर औपचारिक घोषणा की भी संभावना जताई जा रही है।उधर, जीतन राम मांझी ने महागठबंधन में सीट बंटवारे में आशा के अनुरूप में प्रतिनिधित्व नहीं मिलने के कारण उनकी एनडीए में वापसी की अटकलों को खारिज किया गया है। मांझी ने कहा, 'गठबंधन में सभी घटकों को कुछ बलिदान करने के लिए तैयार रहना होगा। हम लोकसभा सीटों की किसी विशेष संख्या पर जोर नहीं दे रहे हैं, हालांकि हम बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से कम से कम 20 में अच्छी स्थिति में हैं, हम महागठबंधन की जीत के लिए काम करेंगे।'
Source: Navbharat Times January 08, 2019 08:17 UTC