आजम खान#WATCH: Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel says,'...Pragya Thakur aadatan apradhi jaisa unka vyahwar raha hai, 19 saal… https://t.co/755aH9c8nj — ANI (@ANI) 1555827200000बाबरी मस्जिद तोड़ने में मदद की और अब राम मंदिर बनाएंगे: साध्वी प्रज्ञाXभोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को चुनाव आयोग की तरफ से एक और कारण बताओ नोटिस जारी हुआ है। इस बार आयोग ने एक टीवी चैनल पर बाबरी मस्जिद को लेकर उनकी टिप्पणी के बाद भोपाल जिला निर्वाचन अधिकारी ने उन्हें यह नोटिस जारी किया है। इस विवादित बयान में प्रज्ञा ने कहा था कि उन्होंने बाबरी मस्जिद तोड़ने में मदद की और अब वह राम मंदिर बनाने में मदद करेंगी। बता दें कि इससे पहले प्रज्ञा ने 26/11 के मुंबई आतंकी हमले में शहीद पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के बारे में विवादित बयान दिया था, जिस पर काफी किरकिरी के बाद उन्होंने माफी मांग ली थी। उधर, कांग्रेस नेता और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने प्रज्ञा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह शुरू से ही झगड़ालू प्रवृत्ति की रही हैं।बता दें कि बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा को भोपाल लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा है। इस सीट से उम्मीदवारी के ऐलान के बाद से ही प्रज्ञा अपने विवादित बयानों को लेकर लगातार घिरती दिख रही हैं। उनके विवादित बयानों को लेकर सोशल मीडिया पर भी लोगों ने उनके खिलाफ तीखी टिप्पणी की है।शहीद करकरे के बाद अब बाबरी मामले को लेकर प्रज्ञा ने विवादित टिप्पणी की है। प्रज्ञा ने कहा, 'राम मंदिर निश्चित रूप से बनाया जाएगा। यह एक भव्य मंदिर होगा।' यह पूछे जाने पर कि क्या वह राम मंदिर बनाने के लिए समयसीमा बता सकती हैं, तो प्रज्ञा ने कहा, 'हम मंदिर का निर्माण करेंगे। आखिरकार, हम ढांचा (बाबरी मस्जिद) को ध्वस्त करने के लिए भी तो गए थे। मैंने ढांचे पर चढ़कर तोड़ा था। मुझे गर्व है कि ईश्वर ने मुझे अवसर दिया और शक्ति दी और मैंने यह काम कर दिया। अब वहीं राम मंदिर बनाएंगे।'उधर, प्रज्ञा पर निशाना साधते हुए छत्तीसगढ़ के सीएम बघेल ने कहा, 'आदतन अपराधी जैसा उनका शुरू से ही व्यवहार रहा है। 19 साल पहले यहां चाकूबाजी की थी। मारपीट की थी और छोटी-छोटी बातों पर झगड़ा करती थी...तो वह झगड़ालू प्रवृत्ति की शुरू से ही रही हैं।'इससे पहले प्रज्ञा ने एटीएस के तत्कालीन प्रमुख हेमंत करकरे पर यातना देने का आरोप लगाते हुए कहा था, 'मैंने उनको सर्वनाश होने का श्राप दिया था।' दरअसल, प्रज्ञा 2008 में हुए मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं और फिलहाल जमानत पर चल रही हैं। इस मामले की जांच करकरे के नेतृत्व में हुई थी। 26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान से आए आतंकवादियों ने मुंबई के कई स्थानों पर हमले किए थे। उसी दौरान करकरे और मुंबई पुलिस के कुछ अन्य अधिकारी शहीद हो गए थे।
Source: Navbharat Times April 21, 2019 06:13 UTC