हाइलाइट्स ऑटो सेक्टर में पिछली पांच तिमाही से सुस्ती बरकरार है। यह लगातार 11वां महीना है जब बिक्री में गिरावट दर्ज की गई हैऑटो सेक्टर का मैन्युफैक्चरिंग GDP में 49 फीसदी का योगदान है। ऐसे में बिक्री में भारी कमी चिंता का विषय हैसितंबर में घरेलू बाजार में वाहनों की बिक्री 24 फीसदी तक गिर गई है, जबकि दोपहिया वाहनों की बिक्री भी 22 फीसदी गिरी हैकमर्शल वाहन भी कम बिके हैं, इसमें 39 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई हैइकॉनमी की सुस्ती का संकेत देने वाले बड़े ऑटो सेक्टर में लगातार मांग घटती ही जा रही है। सितंबर महीने के बिक्री के आंकड़े भी सेक्टर में सुधार का कोई इशारा नहीं दे रहे। सितंबर में पैसेंजर वीइकल्स की बिक्री में 23 पर्सेंट से ज्यादा की कमी दर्ज की गई, जो इकॉनमी के लिए चिंता का विषय है। ऑटो इंडस्ट्री का देश की मैन्युफैक्चरिंग जीडीपी में 49 फीसदी का योगदान है। ऐसे में बिक्री में भारी कमी लगातार चिंता का विषय बनी हुई है।घरेलू बाजार में यात्री वाहनों की बिक्री सितंबर महीने में 23.69 प्रतिशत गिरकर 2,23,317 इकाइयों पर आ गई। पिछले साल इसी महीने 2,92,660 यात्री वाहनों की बिक्री हुई थी। सियाम ( SIAM ) ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। यह लगातार 11वां महीना है जब वाहनों की बिक्री में गिरावट आई है।SIAM के आंकड़ों के अनुसार, आलोच्य माह के दौरान कारों की घरेलू बिक्री सितंबर 2018 की 1,97,124 इकाइयों की तुलना में 33.40 प्रतिशत गिरकर 1,31,281 इकाइयों पर आ गई। इस दौरान मोटरसाइकिलों की बिक्री पिछले साल की 13,60,415 इकाइयों की तुलना में 23.29 प्रतिशत कम होकर 10,43,624 इकाइयों पर आ गई।सितंबर के दौरान दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री 22.09 प्रतिशत गिरकर 16,56,774 इकाइयों पर आ गई। पिछले साल सितंबर में 21,26,445 दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई थी। सियाम ने कहा कि इस दौरान व्यावसायिक वाहनों की बिक्री भी 39.06 प्रतिशत गिरकर 58,419 इकाइयों पर आ गई। पिछले साल सितंबर में 95,870 व्यावसायिक वाहनों की बिक्री हुई थी।(NBT.in इनपुट्स के साथ)
Source: Navbharat Times October 11, 2019 07:26 UTC