death due to poisonous wine: many died after consuming poisonous liqueur in up and uttarakhand question raised on procurement source - यूपी और उत्तराखंड में 34 मौतें: आखिर कहां से आती है जहरीली शराब क - News Summed Up

death due to poisonous wine: many died after consuming poisonous liqueur in up and uttarakhand question raised on procurement source - यूपी और उत्तराखंड में 34 मौतें: आखिर कहां से आती है जहरीली शराब क


उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सीमा पर स्थित जिलों में जहरीली शराब पीने से अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि सात लोग अभी भी अस्पताल में भर्ती हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मृतकों की संख्या अभी और बढ़ सकती है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब जहरीली शराब ने मौत का तांडव मचाया हो। पहले भी यूपी और अन्य राज्यों में जहरीली शराब कहर मचा चुकी है। ऐसे में सवाल उठता है कि यूपी और उत्तराखंड में जहरीली शराब कहां से आती है और पुलिस की नाक के नीचे यह गरीब लोगों तक कैसे पहुंचती है? जहरीली शराब से मौत के मामले में शुरुआती पड़ताल में कुशीनगर और सहारनपुर में शराब की खेप बिहार और उत्तराखंड से आने की बात पता चली है। कुशीनगर से डीजीपी मुख्यालय को जानकारी दी गई है कि इस बात के पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं कि बिहार के गोपालगंज से जहरीली शराब कुशीनगर आई थी। डीजीपी ओपी सिंह ने बताया है कि उत्तराखंड के रुड़की के एक इलाके से सहारनपुर में जहरीली शराब की सप्लाई की गई थी।पुलिस ने बताया कि उत्तराखंड के हरिद्वार में 16 जबकि उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले की सीमा के पास 18 लोगों की मौत हुई है। पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी ने कहा कि पुलिस ने अपराधियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान शुरू कर दी है। इन लोगों ने कथित तौर पर खतरनाक मिथाइल ऐल्कॉहॉल युक्त शराब पी ली थी।डीजीपी ने इस मामले में आईजी रेंज गोरखपुर और आईजी रेंज सहारनपुर से रिपोर्ट मांगी है। उनसे यह भी पूछा गया है कि वरिष्ठ स्तर पर इन घटनाओं के लिए पुलिस और आबकारी विभाग के कौन अधिकारी जिम्मेदार हैं? क्या आबकारी विभाग की तरफ से घटना वाले इलाकों में अवैध शराब की बिक्री से जुड़ी सूचनाएं पुलिस से साझा की गई थीं? अगर की गई थीं तो पुलिस ने क्या कार्रवाई की? आईजी की रिपोर्ट के आधार पर बाकी अफसरों की जवाबदेही तय की जाएगी।बता दें कि इस मामले में कुशीनगर के इंस्पेक्टर तरयासुजान विनय पाठक, एसआई भीखूराम, कॉन्स्टेबल अनिल कुमार यादव और कमलेश यादव को निलंबित कर दिया गया है। इसके अलावा आबकारी निरीक्षक हृदय नारायण पांडेय, प्रधान आबकारी निरीक्षक प्रह्लाद सिंह, राजेश कुमार तिवारी, कॉन्स्टेबल रवींद्र कुमार और ब्रह्मानंद श्रीवास्तव को निलंबित किया गया है। सीओ तमकुहीराज रामकृष्ण तिवारी के खिलाफ शिथिल पर्यवेक्षण के चलते खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए रिपोर्ट भेजी गई है। मामले की जांच एसपी उत्तरी गौरव बंसवाल को सौंपी गई है।वहीं सहारनपुर में एसएसपी ने इंस्पेक्टर नागल हरीश कुमार, एसआई अश्विनी कुमार, अयूब अली, प्रमोद जैन, कॉन्स्टेबल बाबूराम, मोनू राठी, विजय तोमर, संजय त्यागी, नवीन व सौरभ को निलंबित कर दिया गया है। आबकारी विभाग में निरीक्षक गिरीश चंद्र और दो सिपाहियों को निलंबित किया गया है।


Source: Navbharat Times February 09, 2019 04:18 UTC



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