करॉना वायरस का शेयर बाजार पर पड़ा असरचीन के बाद दुनिया के कई देशों में करॉना वायरस के संदिग्ध केसों के सामने आने के बाद इसका डर शेयर बाजार पर भी दिख रहा है। करॉना वायरस के प्रसार को लेकर बढ़ती चिंता से जोखिम वाली संपत्तियों की मांग में कमी आई है और निवेशक यूनियन बजट 2020 से पहले शेयर बाजार से दूरी बना रहे हैं। सोमवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स 458.07 अंक (1.10%) गिरकर 41,155.12 और निफ्टी 129.25 (1.06%) फिसल 12,119.00 पर बंद हुआ।जियोजित फाइनैंशल सर्विसेज के प्रमुख विनोद नायर ने कहा, 'करॉना वायरस वैश्विक वित्तीय बाजार पर असर डाल रहा है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुस्ती का डर बढ़ रहा है। भारत में निवेशक वैश्विक बाजार के बिकवाली दबाव में आ रहे हैं और अगले सप्ताह बजट से पहले भी सावधानी बरत रहे हैं।' अर्थव्यवस्था पर इसके असर को लेकर बढ़ती बेचैनी की वजह से लोग सुरक्षित संपत्तियों में निवेश को प्राथमिकता दे रहे हैं।एलकेपी सिक्यॉरिटीज के रिसर्च हेड एस रंगनाथन ने कहा, 'चीन में फैले करॉना वायरस ने भारतीय शेयरों पर असर डाला है, क्योंकि वित्तीय और धातुओं की बिकवाली का खामियाजा भुगतना पड़ता है। केवल चुनिंदा फार्मासूटिकल्स के शेयरों में तेजी आई और बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स हरे निशान में रहा।'अधिकतर शेयर बाजारों में गिरावट देखी जा रही है। जापान का निक्केई 2 फीसदी गिरा, जोकि पांच महीने में एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट है। अमेरिका का एसऐंडपी मिनी फ्यूचर 1 पर्सेंट गिर गया। यूरोपीय बाजारों में भी नकारात्मक माहौल दिखा।सेंसेक्स की गिरावट में फाइनैंस सेक्टर का सबसे बड़ा हाथ रहा। एचडीएफसी के शेयर 2.51 पर्सेंट गिर गए जबकि मोर्टेज लेंडर एचडीएफसी 2.25 फीसदी लुढ़का। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई के शेयर 2.42 फीसदी नीचे आ गए।बीएसई मेटल्स इंडेक्स सबसे बड़ा सेक्टोरल लूजर रहा। इसके सभी कंपोनेंट लाल निशान में थे और यह करीब 2.95 पर्सेंट नीचे रहा।रुपये में गिरावट का भी बाजार पर असर पड़ा। भारतीय रुपया 12 पैसे गिरा और अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 71.46 के स्तर पर था।
Source: Navbharat Times January 27, 2020 11:39 UTC