कैंसर से लड़ना आसान नहीं होता खासतौर पर अगर आप महिला हैं तो कैंसर के इलाज में इस्तेमाल होने वाली कीमोथेरपी की वजह से सबसे पहले नुकसान बालों को ही होता है। आपके बाल कितने ही मजबूत क्यों न हों और उनकी क्वॉलिटी कितनी भी बेहतरीन हो, कीमोथेरपी का बालों की ग्रोथ पर नकारात्मक असर पड़ना निश्चित है। लिहाजा अपने इलाज पर ध्यान दें और खोए बालों को लेकर परेशान होने की बजाए इन तरीकों को अपनाएं...कीमो के बाद आपके बाल कितने दिनों में वापस आएंगे यह इस बात पर निर्भर करता है कि आपके स्कैल्प पर कीमो और दवाइयों का कितना बुरा असर हुआ है। कीमोथेरपी खत्म होने के 2-3 हफ्ते बाद सबसे पहले बेहद fuzzy और सॉफ्ट हेयर आते हैं। फिर करीब 1 महीने बाद सही तरीके से बाल उगने शुरू होते हैं। 2 से 3 महीने बाद करीब 1 इंच बाल लंबे हो जाते हैं और कंघी करने लायक बाल आने में करीब 1 साल का वक्त लगता है।खोए बालों को वापस पाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप विटमिन्स और मिनरल्स का सेवन करें। सप्लिमेंट्स लेने के साथ-साथ अपनी डायट में ऐसे फूड आइटम्स को शामिल करें जिनमें विटमिन्स औऱ मिनरल्स की अधिकता हो। हेल्दी हेयर फॉलिकल्स के लिए विटमिन सी और विटमिन ई का सेवन असरदार माना जाता है जबकि स्कैल्प में ब्लड सर्क्युलेशन बढ़ाने के लिए विटमिन बी बेहद महत्वपूर्ण होता है। लिहाजा आप अपने खाने में खट्टे फल, टमाटर, ब्रॉकली, बादाम, मूंगफली, ऐवकाडो, पालक, अंडा, बेरीज और फिश जैसी चीजों को शामिल करें।आपको यह बात पता ही होगी कि हमारे बाल प्रोटीन से बने होते हैं लिहाजा बालों की मजबूती के लिए बेहद जरूरी है कि आप अपनी डायट में हाई-प्रोटीन फूड आइटम्स को शामिल करें। बाल जल्दी उग जाएं इसके लिए आपको अपनी डायट में प्लांट प्रोटीन के साथ-साथ ऐनिमल प्रोटीन को भी शामिल करना चाहिए। मीट, टोफू, एग, मिल्क, दाल आदि प्रोटीन के बेहतरीन सोर्स हैं।बालों की ग्रोथ को बढ़ाने के लिए आप चाहें तो अपने खाने में ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैटी ऐसिड वाले फूड आइटम्स के साथ ही सप्लिमेंट्स को भी शामिल कर सकती हैं। साल्मन फिश, फ्लैक्स सीड्स आदि में फैटी ऐसिड की मात्रा अधिक होती है लिहाजा इनका सेवन करना शुरू कर दें।कीमोथेरपी के बाद बाल दोबारा से उगने शुरू हो जाएं इसके लिए बालों में तेल की मालिश करना शुरू कर दें। आप चाहें तो इसके लिए रोजमेरी, लैवेंडर जैसे इसेंशल ऑइल के अलावा सिंपल नारियल तेल से भी स्कैल्प की अच्छे तरीके से मालिश कर सकती हैं। तेल मालिश से बालों की जड़ें मजबूत होती हैं और हेयर ग्रोथ तेजी से होने लगता है।जल्द ही कुछ ऐसी दवाएं बनने वाली हैं जो कैंसर पीड़ित व्यक्ति के शरीर में मौजूद सिर्फ कैंसर सेल्स पर हमला करेंगी और हेल्दी सेल्स को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाएगी। इन दवाओं में इतनी क्षमता है कि वे कैंसर के इलाज के लिए जरूरी माने जाने वाले कीमोथेरपी और उसके साइड इफेक्ट्स को रिप्लेस कर देंगी जिससे भविष्य में कैंसर मरीजों की देखभाल आसान हो जाएगी।पिछले कई दशकों से ऐंटिबॉडी ड्रग कॉन्जुगेट (ADC) नाम की कॉम्प्लेक्स बायोलॉजिकल दवाएं विकसित की जा रही हैं और अब इसमें सफलता भी मिल रही है क्योंकि इनमें से ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए तैयार किया गया ट्रीटमेंट जिसे DS-8201 नाम दिया गया है, एक एडीसी है जिसका लेट-स्टेज टेस्ट सफल साबित हुआ है। ऐनालिस्ट कैरोलीन स्टेवर्ट की मानें तो DS-8201 जल्द ही दुनिया की सबसे बड़ी कैंसर बायोलॉजिक दवा बन सकती है।विश्लेषकों की मानें तो दुनियाभर में जिस कैंसर से सबसे ज्यादा महिलाओं की मौत होती है वह है- ब्रेस्ट कैंसर। ऐसे में DS-8201 दवा के इस्तेमाल से ब्रेस्ट कैसंर का शक्तिशाली और टार्गेटेड ट्रीटमेंट हो पाएगा। कीमोथेरपी में जहां शरीर में मौजूद कैंसर सेल्स के साथ-साथ हेल्दी सेल्स को भी नुकसान पहुंचता है। वहीं, इस दवा की खासियत ही ये है कि यह दवा बिना नॉर्मल और हेल्दी सेल्स को नुकसान पहुंचाए सिर्फ कैंसर वाले सेल्स को टार्गेट करती है।हालांकि इस दवा को हकीकत बनकर मार्केट में आने में कुछ सालों का वक्त लग सकता है क्योंकि दवा की क्षमता की पुष्टि करने के लिए डेटा जमा करने में वक्त लग सकता है।
Source: Navbharat Times June 13, 2019 04:10 UTC