Bihar Crime News Hindi गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में प्रसूता रिंकू देवी की मौत के बाद परिजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि डॉक्टर ने समय पर इलाज नहीं किया जिससे रिंकू की मौत हो गई। परिजनों के विरोध के बाद अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। यह घटना बेतिया की है।जागरण संवाददाता, बेतिया। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शुक्रवार की सुबह लगभग आठ बजे प्रसूता मनुआपुल पतरखा गांव निवासी संटू चौधरी की पत्नी रिंकू देवी (30) की मौत हो गई। प्रसूता की मौत के बाद जीएमसीएच के सी ब्लॉक स्थित तीसरे मंजिल पर घंटों स्वजनों ने बवाल किया। इस दौरान स्वजनों ने चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया। जिसके चलते अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी की स्थिति बनी रही। बवाल के दौरान प्रसव वार्ड के चिकित्सक गायब मिले।बवाल की सूचना पर पहुंचे अस्पताल टीओपी प्रभारी अरविंद कुमार सिंह सहित होम गार्ड के जवान पहुंचे और आक्रोशित स्वजनों को शांत कराया। इस दौरान टीओपी के प्रभारी अरविंद कुमार सिंह ने बताया कि प्रसूता की मौत को लेकर स्वजनों में काफी आक्रोश था। मृतका की मां श्रीनगर थाना के पूजहां पटजिरवा निवासी रीता देवी ने बताया कि उनकी बेटी रिंकू देवी गर्भवती थी। जिसको एक सप्ताह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था। छह अक्टूबर रविवार की रात करीब 12 बजे जीएमसीएच में ऑपरेशन के द्वारा जुड़वा बच्चे हुए।मृतका की पहले से थी एक बच्ची महिला की पहले से दो साल की लड़की थी। इसका दूसरा प्रसव था। इस बीच रिंकू को खांसी शुरू हो गई और शरीर भी फूल गया। परिजन बार-बार डॉक्टर को बुलाने की मांग कर रहे थे, लेकिन, कोई देखने नहीं आया। आधी रात को स्थिति गंभीर हो गई। बावजूद चिकित्सक नहीं आए। शुक्रवार की सुबह उसकी मौत हो गई। मौत के बाद स्वजन इलाज में लापरवाही का आरोप लगा कर हंगामा करने लगे। जिससे अन्य मरीज भयभीत हो गए।इधर, रिंकू के पति संटू चौधरी ने रोते-बिलखते हुए बताया कि तीन साल पहले उनकी शादी हुई थी।
Source: NDTV October 13, 2024 16:29 UTC