ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि राहुल गांधी के पिछड़ने के पीछे अमेठी (Amethi) की जनता क्या सोचती है. राहुल गांधी के करीबी लोगों पर ही अमेठी के लोगों की जिम्मेदारी थी. लोगों ने बताया कि राहुल गांधी के करीबी लोग सारी योजनाओं को अपने खास लोगों तक ही रखते थे. स्मृति ईरानी और राहुल गांधी की तुलना करते हुए लोगों ने बताया कि ईरानी अमेठी के लोगों से मुलाकात करती हैं जबकि राहुल गांधी सिर्फ गेस्ट हाउस तक ही सीमित रहते थे. लोगों ने बताया कि चुनाव के समय कांग्रेस के बड़े बड़े नेता आते हैं लेकिन चुनाव के बाद सब गायब हो जाते हैं.
Source: NDTV May 24, 2019 15:18 UTC