Twitter War: कश्‍मीर मसले पर महबूबा मुफ्ती के ट्वीट का गौतम गंभीर ने ऐसे दिया जवाब - News Summed Up

Twitter War: कश्‍मीर मसले पर महबूबा मुफ्ती के ट्वीट का गौतम गंभीर ने ऐसे दिया जवाब


नई दिल्ली, जेएनएन। कश्‍मीर मसले पर राजनीतिक महकमे में ट्वीटर वार शुरू हो गई है। सोमवार को पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने विवादित ट्वीट किया जिसपर नए भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने भी ट्वीट के जरिए पलटवार किया है। महबूबा ने ट्वीट में कश्मीर मसले में पाकिस्तान को भी एक पक्ष बताया है। उन्‍होंने कश्मीर समस्या को हल करने के लिए पाकिस्तान को भी शामिल किए जाने की वकालत कर डाली है।महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एनडीए सरकार के दूसरे कार्यकाल में बने गृहमंत्री अमित शाह पर हमला किया है। महबूबा ने ट्वीट कर गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए लिखा है कि '1947 से कश्मीर विभिन्न सरकारों द्वारा कश्मीर को सुरक्षा के नजरिये से ही देखा गया है। ये राजनीतिक समस्या है और इसका निराकरण भी राजनीतिक तरीके से किया जाना चाहिए। पाकिस्तान भी इसमें एक पक्ष है। नई सरकार के गृह मंत्री समस्या के तत्काल निराकरण के लिए बर्बर हल का सहारा लेने की कोशिश कर रहे हैं।'Since 1947, Kashmir’s been looked through the prism of security by successive governments. It’s a political problem that needs a political redressal by involving all stakeholders inc Pak.Expecting a quick fix through brute force by newly appointed HM is ridiculously naive — Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) June 3, 2019इस पर गौतम गंभीर ने उन्हीं के अंदाज में ट्वीट के जरिए जवाब दिया। उन्‍होंने लिखा, 'हालांकि हम सभी कश्मीर समस्या के समाधान के लिए बात कर रहे हैं, लेकिन महबूबा मुफ्ती के लिए अमित शाह की प्रक्रिया को 'क्रूर' कहना 'हास्यास्पद' है। इतिहास हमारे धैर्य और धीरज का गवाह रहा है। लेकिन अगर उत्पीड़न मेरे लोगों के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करता है, तो ऐसा ही हो।’ इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा कि 1947 से विभिन्न सरकारें कश्मीर को सुरक्षा के नजरिए से देखती रही हैं। यह एक राजनीतिक समस्या है और पाकिस्तान सहित सभी पक्षों को शामिल करते हुए इसके राजनीतिक हल की जरूरत है।While I am all for a talk-based solution to Kashmir problem but for @mehboobamufti to term Shri @AmitShah’s process as “brute” is “ridiculously naive”. History has been witness to our patience and endurance. But if oppression ensures security for my people, then so be it. — Gautam Gambhir (@GautamGambhir) June 3, 2019गृहमंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में देश की आंतरिक सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया, जहां उन्हें जम्मू कश्मीर की स्थिति से भी अवगत कराया गया। साथ ही गृहमंत्री ने सोमवार को सुरक्षा बलों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे किसी भी आलोचना से प्रभावित न हों और जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रखें। गृह मंत्रालय का कहना है कि यह नीति परिणाम देने वाली है।लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एपPosted By: Monika Minal


Source: Dainik Jagran June 04, 2019 11:29 UTC



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