The Bank of China has come to India two years ago, people are being confused by linking it with the recent Indo-China border dispute. - News Summed Up

The Bank of China has come to India two years ago, people are being confused by linking it with the recent Indo-China border dispute.


दैनिक भास्कर Jun 11, 2020, 06:41 PM ISTक्या वायरल : आरबीआई द्वारा बैंक ऑफ चाइना की ब्रांच भारत में शुरू करने की अनुमति को भारत-चीन सीमा विवाद और बॉयकॉट चाइना कैम्पेन से जोड़कर शेयर किया जा रहा है। कई ट्वीट्स में यह भी लिखा जा रहा है कि बैंक ऑफ चाइना को पूरे देश में ब्रांच खोलने की अनुमति मिल गई है।इस तरह के ट्वीट वायरल हो रहे हैंhttps://twitter.com/SanjayY20351107/status/1270261369737285634https://twitter.com/ProfAnilMeghwal/status/1270206235573280768https://twitter.com/Samreen012/status/1268094825972326402फैक्ट चेक पड़ताल- बैंक ऑफ चाइना को आरबीआई द्वारा अनुमति देने वाली बात को सीमा पर भारत-चीन के बीच तनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।- हाल में भारत- चीन के बीच जो तनाव है, वह एक माह पहले शुरू हुआ है। किसी भी भारतीय मीडिया प्लेटफॉर्म पर पिछले एक माह की ऐसी कोई खबर हमें नहीं मिली, जिसमें बताया गया हो कि आरबीआई ने बैंक ऑफ चाइना को भारत में ब्रांच खोलने की अनुमति दी है।- चाइना बैंकिंग न्यूज नाम की एक वेबसाइट है। यहां 9 जून, 2020 को एक खबर पब्लिश की गई है। खबर की हैडिंग है Bank of China Ob­tains Li­cense to Op­er­ate in In­dia. संभवत: इसी हैडलाइन के आधार पर लोगों ने इस सूचना को सोशल मीडिया पर फैलाना शुरू कर दिया।इस खबर में अंदर लिखा है कि 4 जुलाई, 2018 को आरबीआई ने बैंक ऑफ चाइना को भारत में ऑपरेट करने की अनुमति दी। साथ में इकोनॉमिक टाइम्स का भी हवाला दिया गया है। यानी हैडलाइन ऐसी, जैसे हाल ही में अनुमति मिली हो। लेकिन, खबर के अंदर लिखा है कि दो साल पहले अनुमति मिल चुकी है। कहीं न कहीं ये खबर लोगों को भ्रमित ही कर रही है।चाइना बैंकिंग की खबर- इकोनॉमिक टाइम्स की वेबसाइट पर 4 जुलाई, 2018 की एक खबर है। जिसके अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति को आश्वस्त किया है कि भारत में बैंक ऑफ चाइना की ब्रांच खोलने की अनुमति दी जाएगी। खबर में आगे यह भी लिखा है कि आरबीआई ने बैंक ऑफ चाइना को भारत में ब्रांच शुरू करने की अनुमति दे दी है। 4 जुलाई, 2018 की इसी खबर के आधार पर चाइना बैंकिंग नाम की वेबसाइट नेे 9 जून, 2020 को एक खबर लिखी, जिससे लोग भ्रमित हुए।- गूगल पर RBI Issued liscence to Bank of China कीवर्ड लिखकर सर्च करने पर 2018 की ही खबरें आते हैं। इन खबरों से यह स्पष्ट हो गया कि आरबीआई ने दो साल पहले ही बैंक ऑफ चाइना को अनुमति दे दी है। फिर भी हमें तलाश थी किसी आधिकारिक सोर्स की। जिससे यह पुष्टि हो सके कि बैंक ऑफ चाइना को अनुमति देने का हाल के सीमा विवाद से कोई संबंध नहीं है। इसलिए हमने रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर बैंक ऑफ चाइना को अनुमति देने से जुड़े दस्तावेज खंगालना शुरू किए।- 1 अगस्त, 2019 को रिजर्व बैंक ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है। जिसमें रिजर्व बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया एक्ट 1934 में शामिल करने की बात कही गई है।- भारत में स्थित विदेशी बैंकों की एक सूची भी रिजर्व बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध है। इस सूची में उन बैंकों के नाम हैं जिनकी ब्रांच 30 सितंबर, 2019 तक भारत में स्थापित हो चुकी हैं। इस सूची में 9वें नंबर पर बैंक ऑफ चाइना का भी नाम है। यानी 30 सितंबर 2019 से पहले ही बैंक ऑफ चाइना की ब्रांच भारत में शुरू हो चुकी थी। यहां यह स्पष्ट हो गया कि पहले ही बैंक ऑफ चाइना को भारत में ब्रांच शुरू करने की अनुमति मिल चुकी है। इस सूची में यह भी साफ-साफ लिखा है कि बैंक ऑफ चाइना की एक ही ब्रांच भारत में है। ऐसे में पूरे देश में ब्रांचेस खोलने की अनुमति वाली बात भी यहां झूठी साबित होती है।निष्कर्ष : दो साल पहले ही आरबीआई ने बैंक ऑफ चाइना को भारत में ब्रांच शुरू करने की अनुमति दे दी थी। इसे सीमा विवाद के साथ जोड़कर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है।


Source: Dainik Bhaskar June 11, 2020 12:13 UTC



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