साल 2020 का पहला सूर्य ग्रहण 21 जून को लगने जा रहा है। यह एक पूर्ण सूर्यग्रहण होगा, जिसमें चांद सूर्य के लगभग 98.6 प्रतिशत हिस्से को ढक लेगा। इसे साल का सबसे बड़ा सूर्यग्रहण भी बताया जा रहा है। रविवार यानी 21 जून को यह सुबह 9 बजकर 15 मिनट और 58 सेकंड पर शुरू होकर दोपहर 2 बजकर 58 मिनट पर खत्म होगा। भारत के साथ इस सूर्य ग्रहण का नजारा कई और देशों में भी देखा जा सकेगा। भारत के अलावा इस ग्रहण का नजारा नेपाल, पाकिस्तान, सऊदी अरब, यूएई, इथियोपिया और कांगो में भी दिखाई देगा।भारत में कहां देखें सूर्य ग्रहण भारत में देहरादून, सिरसा अथवा टिहरी जैसे शहरों में इस सूर्य ग्रहण का खूबसूरत नजारा देख पाएंगे। देश के अन्य हिस्सों में आंशिक सूर्य ग्रहण ही दिखाई देगा। भारत सरकार की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, दिल्ली में लगभग 94 प्रतिशत, गुवाहाटी में 80 प्रतिशत, पटना में 78 प्रतिशत, सिलचर में 75 प्रतिशत, कोलकाता में 66 प्रतिशत, मुंबई में 62 प्रतिशत होगा। बैंगलोर में 37 प्रतिशत, चेन्नै में 34 प्रतिशत और पोर्ट ब्लेयर में 28 प्रतिशत सूर्य ग्रहण दिखाई देगा।क्या है सूर्य ग्रहण? सूर्य ग्रहण एक सामान्य खगोलीय घटना है, जो सूरज, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीध में आ जाने से होता है। इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच में आ जाता है। जब पृथ्वी के एक हिस्से पर चंद्रमा की छाया पड़ती है, तब सूरज की रोशनी पूरी तरह से या आंशिक तौर पर पृथ्वी तक नहीं आ पाती। पूर्ण सूर्य ग्रहण में सूरज पूरी तरह से चंद्रमा के पीछे छिप जाता है। वहीं आंशिक और ऐनुलर (छल्लेदार अंगूठी की तरह) ग्रहण में सूर्य का एक भाग छिपता है।क्या है रिंग ऑफ फायर? हर सूर्य ग्रहण के दौरान हमें रिंग ऑफ फायर नहीं दिखाई देती और जिन सूर्य ग्रहणों में हमें रिंग ऑफ फायर दिखती है उन्हें ऐनुलर सोलर इक्लिप्स कहते हैं। ऐसे ग्रहण के दौरान सूरज के बीच के हिस्से को चंद्रमा इस तरह से ढंकता है कि इसके बाहरी किनारे अंगूठी की तरह दिखाई देते हैं। दूर से देखने पर ऐसा लगता है कि चंद्रमा के चारों ओर आग का छल्ला (रिंग ऑफ फायर) है। हालांकि जरूरी नहीं ऐनुलर इक्लिप्स के दौरान ये रिंग ऑफ फायर हर जगह से दिखाई दे। यही वजह है कि ऐनुलर या छल्लेदार सूर्य ग्रहण आंशिक सूर्य ग्रहण की तरह भी दिख सकता है।कैसे देखें सूर्य ग्रहण सूर्य ग्रहण आप टीवी चैनल्स के अलावा अलग-अलग शहरों के साइंस म्यूजियम में भी देख सकते हैं। देखते समय आंखों पर प्रॉटेक्शन ग्लासेज पहनें। अगर आप नंगी आंखों से सूर्य ग्रहण के दौरान आसमान की ओर देखे हैं तो इससे आपकी आंखों को नुकसान पहुंच सकते हैं। आप एल्युमिनेटेड मायलर, ब्लैक पॉलिमर, वेल्डिंग ग्लास या टेलिस्कोप की मदद से सूर्य ग्रहण को देख सकते हैं।
Source: Navbharat Times June 19, 2020 07:30 UTC