शेयर बाजार के दिग्गजों ने हाल ही में बाजार की स्थिति और विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) की वापसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं। यहां मुख्य बिंदु हैं:तेजी की वापसी:मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के अध्यक्ष रामदेव अग्रवाल के अनुसार, कंपनियों की कमाई में गिरावट एक अस्थायी घटना है।उनका अनुमान है कि कमाई में वापसी में लगभग 6 महीने लग सकते हैं।FIIs की वापसी और निफ्टी का लक्ष्य:अग्रवाल का मानना है कि जब FIIs वापस आएंगे, तो निफ्टी 30,000 के स्तर पर पहुंच सकता है 1।हालांकि, वर्तमान में FIIs पिछले 6-7 सप्ताह से बिकवाली कर रहे हैं ।वर्तमान बाजार स्थिति:सितंबर के शिखर से अब तक बाजार में लगभग 10% की गिरावट आई है।इस गिरावट के पीछे कई कारण हैं, जैसे कमजोर कॉर्पोरेट नतीजे, FIIs की बिकवाली, और डॉलर की मजबूती।भविष्य का दृष्टिकोण:विशेषज्ञों का मानना है कि अल्पावधि में बाजार में अस्थिरता जारी रह सकती है ।वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी छमाही में सुधार की उम्मीद है, जिसके पीछे सरकारी खर्च में वृद्धि, अच्छा मानसून और ग्रामीण मांग में सुधार जैसे कारक हैं ।प्रमुख कारक:आने वाले समय में FIIs के प्रवाह, वैश्विक बाजार के रुझान, और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड जैसे कारक बाजार की दिशा को प्रभावित करेंगे ।निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे धैर्य रखें और लंबी अवधि के निवेश पर ध्यान केंद्रित करें। बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के मजबूत मूलभूत तत्वों के कारण दीर्घकालिक संभावनाएं सकारात्मक बनी हुई हैं।
Source: Dainik Bhaskar November 17, 2024 17:04 UTC