पिछले हफ्ते वायदा बाजार में चांदी हाजिर बाजार में मजबूत मांग के बीच स्थानीय वायदा बाजार में शुक्रवार को कारोबारियों के सौदा बढ़ाये जाने से चांदी की कीमत 461 रुपये की तेजी के साथ 61,996 रुपये प्रति किलो हो गयी। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में दिसंबर अनुबंध के लिये चांदी का भाव 461 रुपये यानी 0.75 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61,996 रुपये प्रति किलो हो गया। इसमें 15,581 लॉट के लिये कारोबार हुआ। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि चांदी वाायदा कीमतों में तेजी का प्रमुख कारण घरेलू बाजार में मांग की वजह से कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करना था। न्यूयार्क में चांदी की कीमत 0.71 प्रतिशत की तेजी के साथ 24.40 डालर प्रति औंस रही।पिछले हफ्ते सर्राफा बाजार में सोना-चांदी सोने की कीमतों में पिछले तीन सत्रों से चली आ रही गिरावट शुक्रवार को थम गयी। वैश्विक बाजाारों में मजबूती के रुख के बीच दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 324 रुपये की तेजी दर्शाता 51,704 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने यह जानकारी दी है। इससे पिछले कारोबारी सत्र में सोना 51,380 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। चांदी की कीमत भी 1,598 रुपये की मजबूती के साथ 62,972 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई। पिछले दिन बंद भाव 61,374 रुपये था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ दर्शाता 1,910 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी 24.35 डॉलर प्रति औंस पर लगभग अपरिवर्तित रहा। एचडीएफसी सिक्योरिटीज वरिष्ठ विश्लेषक (कमोडिटी) तपन पटेल ने कहा, ‘‘कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच यूरोप में ताजा लॉकडाउन लागू किये जाने की आशंका की वजह से मौजूदा बाजार अनिश्चितताओं के कारण सोने की कीमतों में तेजी आई।’’देखिए कितना गिरे सोना-चांदी 7 अगस्त 2020, ये वो दिन था जब सोने-चांदी ने एक नया रेकॉर्ड बनाया। सोने और चांदी दोनों ने ही अपना ऑल टाइम हाई छुआ। 7 अगस्त को सोने ने 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम का ऑल टाइम हाई का स्तर छुआ था, जबकि चांदी ने 77,840 रुपये प्रति किलो का स्तर छुआ था। सोना अब तक करीब 5500 रुपये प्रति ग्राम गिरा है, जबकी चांदी 15,800 रुपये प्रति किलो तक गिर चुकी है।एक्सपर्ट्स की मानें तो जारी रहेगा उतार-चढ़ाव मोतीलाल ओसवाल फाइनेंसियल सविर्सिज के जिंस शोध के उपाध्यक्ष नवनीत दमानी कहते हैं कि सोना ऊंचाई से गिरकर 50 हजार रुपये के दायरे में आया है, जबकि चांदी 60 हजार रुपये के दायरे में आ चुकी है। उनका मानना है कि आने वाले दिनों में भी उतार चढ़ाव जारी रह सकता है। केडिया कैपिटल के डायरेक्टर अजय केडिया मानते हैं कि स्टिमुलस पैकेज ने शेयर बाजारों के लिए स्टेरॉयड का काम किया। इसी की वजह से शेयर बाजार में तेजी आई है, लेकिन इसे नेचुरल नहीं कहा जा सकता।
Source: Navbharat Times October 19, 2020 05:15 UTC