शुक्रवार को क्यों मची ऐसी अफरातफरी घरेलू शेयर बाजार में एक दिन पहले आई इस बड़ी गिरावट की वजह वैश्विक स्तर पर बॉन्ड बाजार में तेजी और चौतरफा बिकवाली रही। इसके अलावा निवेशक वित्त वर्ष 2020—21 की तीसरी तिमाही के जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) आंकड़े आने से पहले सतर्क दिखे। साथ ही उनकी अमेरिका और सीरिया के बीच बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव पर भी नजर है। लिहाजा शुक्रवार को सेंसेक्स 1,939.32 अंक लुढ़क कर 49,099.99 अंक पर बंद हुआ। पिछले साल चार मई के बाद एक दिन में यह सबसे बड़ी गिरावट है। इसी प्रकार, एनएसई निफ्टी 568.20 अंक यानी 3.76 प्रतिशत का गोता लगाकर 14,529.15 अंक पर बंद हुआ। पिछले साल 23 मई के बाद किसी एक दिन में एनएसई में यह सबसे बड़ी गिरावट है।अब क्यों 'सुपर मंडे' के कयास अगले सप्ताह में शेयर बाजार में अच्छी तेजी रहने का अनुमान सकारात्मक जीडीपी आंकड़ों के चलते लगाया जा रहा है। चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही अक्टूबर-दिसंबर में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 0.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इससे पहले कोरोना वायरस महामारी और उसकी रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन के बीच लगातार दो तिमाहियों में अर्थव्यवस्था में गिरावट दर्ज की गई थी। कृषि, सेवा, मैन्युफैक्चरिंग और निर्माण क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन से अर्थव्यवस्था टेक्निकल रिसेशन के दौर से बाहर आ रही है। कृषि क्षेत्र में तीसरी तिमाही में 3.9 प्रतिशत, मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में 1.6 प्रतिशत और निर्माण क्षेत्र में 6.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। गिरावट से बाहर निकलकर ट्रैक पर लौटती अर्थव्यवस्था और निवेशकों को एक नई उम्मीद मिलने और बाजार में उनका विश्वास वापस लौटने का अनुमान है।छंटनी बंद होने और रोजगार निकलने की जगी उम्मीद कोरोना काल में आई मंदी के चलते कई सेक्टर्स में छंटनियों का दौर चला और लोगों को नौकरियां गंवानी पड़ीं। लेकिन अब जीडीपी एक बार फिर से ग्रोथ की रफ्तार पर है और सेक्टर्स भी गिरावट के दौर से निकलकर ग्रोथ ट्रैक पर लौट रहे हैं। नए ऑर्डर्स, डिमांड और प्रोडक्शन जैसे-जैसे बढ़ेंगे, वर्कफोर्स की डिमांड निकलेगी यानी नौकरियां निकलेंगी। इस पॉजिटिविटी से निवेशकों के सेंटिमेंट को और मजबूती मिलेगी।
Source: Navbharat Times February 27, 2021 05:53 UTC