REWA POLICE NEWS: बल की कमी से जूझ रहे ट्रैफिक थाने के कर्मचारियों के लंच पर अधिकारियों ने ब्रेक लगा दिया है। अब कर्मचारियों को दोपहर का लंच नसीब नहीं होगा बल्कि उनको लगातार ड्यूटी करनी पड़ेगी।बल की कमी से जूझ रहे ट्रैफिक थाने में कर्मचारियों की फजीहत हो रही है। यातायात थाने द्वारा पूरे शहर में ट्रैफिक व्यवस्था का संचालन करने के साथ ही वाहन चेकिंग सहित अन्य कार्य करवाए जाते हैं। यह थाना लंबे समय से बल की समस्या से जूझ रहा है और यहां स्वीकृत बल से कम स्टाफ पदस्थ है। इसका खामियाजा अब यहां पदस्थ कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है। उन पर काम का अतिरिक्त दबाव आ गया है।यातायात थाने में पदस्थ पुलिसकर्मियों की ड्यूटी सुबह 9 बजे से शुरू होती है और रात 9 बजे तक उनको यातायात व्यवस्था संभालनी पड़ती है। अभी तक उनको दोपहर दो से चार बजे तक का आराम लंच के लिए दिया जाता था। इस बीच वे खाना खाने के साथ थोड़ी देर शरीर को आराम देते थे और फिर ड्यूटी पर आ जाते थे लेकिन अब उनकी छुट्टी पर रोक लगा दी गई है और अब उनको लंच के लिए छुट्टी नहीं मिलेगी।इसका खामियाजा तो सभी पुलिसकर्मी भुगत रहे हैं लेकिन सबसे ज्यादा प्रभाव उम्रदराज और पहले से बीमारी से ग्रसित पुलिसकर्मियों पर पड़ रहा है जिनको लगातार 11 घंटे ड्यूटी करनी पड़ रही है। हालांकि स्थिति कब तक निर्मित रहेगी इसका यह जवाब किसी के पास नहीं है।स्वीकृत बल से भी कम पदस्थ है स्टाफशहर में जहां एक ओर यातायात का दबाव बढ़ता जा रहा है तो दूसरी ओर यातायात थाने में बल कम होता जा रहा है। थाने में 1 डीएसपी, 1 टीआई, तीन सूबेदार, 9 उपनिरीक्षक, 7 एएसआई, 11 प्रधान आरक्षक, 61 आरक्षक के पद स्वीकृत है। इसके मुकाबले थाने में 1 डीएसपी, 2 टीआई, 2 सूबेदार, 1 उपनिरीक्षक, 10 एएसआई, 19 प्रधान आरक्षक, 12 आरक्षक पदस्थ है। इनमें से कई पुलिसकर्मी उम्रदराज हो गए है जिनके लिए फील्ड में अधिक समय तक खड़े रहना संभव नहीं होता है।शहर के दो दर्जन से अधिक स्थानों में लगता है जामशहर के दो दर्जन से अधिक ऐसे स्थान हैं जहां पर अक्सर जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है। इनमें सिरमौर चौराहा, अमहिया मार्ग, अस्पताल चौराहा, धोबिया टंकी, गुढ़ चौराहा, प्रकाश चौराहा, स्टेच्यू चौराहा, खन्ना चौराहा,समान तिराहा, पुराना बस स्टैण्ड, जयस्तंभ, ढेकहा तिराहा सहित अन्य स्थान शामिल है। इन सभी चौराहों में पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाई जाती है। हालत यह है कि कुछ स्थानों में तैनात करने के लिए थाने के पास बल ही नहीं है।9 कर्मचारी थाने में करते हैं ड्यूटीयातायात थाने में पदस्थ करीब 9 कर्मचारी सिर्फ थाने के काम में रहते हैं। इनमें थाने के मुंशी, मददगार, कप्यूटर कार्य, डीएसपी के मददगार, सीसीटीएनएस सहित अन्य कार्यों में व्यस्त रहते हैं। इसके अतिरिक्त बीच-बीच में थाने से बल व्हीआईपी ड्यूटी के लिए दूसरे जिलों में भेजा जाता है। कुछ कर्मचारी प्रशिक्षण के लिए चले जाते हैं। आधा दर्जन के लगभग पुलिसकर्मी हर समय अवकाश में रहते है। ऐसे में यातायात संचालन एक गंभीर समस्या बन जाता है।
Source: Dainik Bhaskar February 28, 2024 07:44 UTC