भास्कर न्यूज, पुणे। राजगढ़ तहसील के कोदवड़ी मार्ग पर बेपरवाह प्रशासन और भारी वाहन चालकों की लापरवाही के कारण लगभग 40 साल पुराना लोहे का पुल बीच से टूटकर गिर गया। यह हादसा शनिवार मध्यरात्रि हुआ। उस वक्त रेत से लदा टेंपो पुल से गुजर रहा था। जर्जर हो चुका यह पुल टेंपो का वजन सहन नहीं कर सका और ढह गया। गनीमत रही कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ और टेंपो चालक को केवल मामूली चोटें आईं। जिससे बड़ा हादसा टल गया। हालांकि, इस पुल के गिरने से राजगढ़ तहसील के 25 से 30 और भोर तहसील के 10 से 12 गांवों के लोगों के सामने आवागमन का बड़ा संकट खड़ा हो गया है।-मरम्मत के अभाव में जर्जर हो चुका थागुंजवणी नदी पर बने इस पुल का निर्माण 1980 के दशक में जिला परिषद के निर्माण विभाग द्वारा किया गया था। लोहे के खंभों पर टिका यह पुल लंबे समय से मरम्मत के अभाव में जर्जर हो चुका था और इसके खंभों में जंग लग गया था। स्थानीय निवासियों ने कई बार प्रशासन से इसकी मरम्मत की गुहार लगाई थी, लेकिन अधिकारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। बरसात से पहले प्रशासन ने पुल पर भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगाने वाला बोर्ड जरूर लगाया था, लेकिन उसकी निगरानी के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए।परिणामस्वरूप, चेतावनी की अनदेखी कर भारी वाहन और यात्री वाहन यहां से लगातार गुजरती रहीं। जिसका अंजाम इस पुल के गिरने के रूप में सामने आया।
Source: Dainik Bhaskar December 22, 2025 14:16 UTC