Poll of Polls 2018: MP में कांटे की टक्कर, CG में रमन की वापसीनई दिल्ली। राजस्थान और तेलंगाना में मतदान खत्म होने के साथ ही मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, मिजोरम के भी एग्जिट पोल जारी किए जा रहे हैं। विभिन्न एजेंसियां मतदाताओं से बातचीत के आधार पर यह डाटा जारी कर रही हैं।मध्यप्रदेश का एग्जिट पोलआज तक के मुताबिक, मध्यप्रदेश में भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। इस एजेंसी के मुताबिक, मध्यप्रदेश में भाजपा को 102 से 120 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। कांग्रेस के खाते में 102 से 122 सीटें जाती दिख रही हैं। अन्य के खाते में 4 से 11 सीटें जा सकती हैं।एबीपी और सीएसडीएस के एग्जिट पोल के मुताबिक मध्य प्रदेश के चंबल की 34 सीटों में से 36 प्रतिशत भाजपा के खाते में गईं, कांग्रेस को 43 प्रतिशत सीट मिल रही हैं। भाजपा को यहां 10 सीटें मिल सकती है, काग्रेस को 21 सीटें मिल सकती है और अन्य को तीन सीट मिल सकती हैं। एबीपी के अनुसार विध्य की 56 सीटों में से भाजपा को 20 सीट, कांग्रेस को 33 सीट और अन्य को 3 सीट मिल सकती हैं।इंडिया टुडे- एक्सिस माय इंडिया के सर्वे के अनुसार मप्र में कांग्रेस को 41 प्रतिशत और भाजपा को 40 प्रतिशत सीट मिलने की संभावना है। कांग्रेस को 104 से 122 सीट तो भाजपा को 102 से 120 मिल सकती हैं।महाकोशल की 49 सीटों में से 39 प्रतिशत वोट भाजपा को, 41 प्रतिशत वोट कांग्रेस को और अन्य को 19 प्रतिशत वोट अन्य को मिल सकते हैं। यहां 21 सीटों पर भाजपा, 26 पर कांग्रेस और अन्य को 2 सीट पर जीत मिल सकती हैं।एबीपी के सर्वे के मुताबिक, मालवा की 63 सीटों में 46 प्रतिशत वोट भाजपा को, 45 प्रतिशत कांग्रेस और अन्य को 9 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। यहां 33 सीट भाजपा को, 29 सीट कांग्रेस को और एक सीट अन्य के खाते में जा सकती है।न्यूजएक्स के अनुसार मध्यप्रदेश में किसी को बहुमत नहीं मिलेगा। कांग्रेस को 230 में से 112 सीटें मिलेंगी वहीं बीजेपी 106 सीट जीत सकती है। अन्यों के खाते में 12 सीट जाएंगी।छत्तीसगढ़ का एग्जिट पोलवहीं छत्तीसगढ़ में रमन सिंह की वापसी की बाद कही जा रही है। इंडिया टीवी के मुताबिक, भाजपा को 42 से 50 सीटें, कांग्रेस को 32 से38 सीटें, बसपा और जकांछ गठबंधन को 6 से 8 सीटें तथा अन्य को 1 से 3 सीटें मिलने का अनुमान व्यक्त किया गया है।इंडिया टुडे-एक्सिस के छत्तीसगढ़ के एग्जिट पोल में बीजेपी को बढ़त मिलती हुई दिखाई गई है. हालांकि बहुमत किसी को नहीं मिलता दिख रहा. इसके अनुसार बीजेपी को 42-50, कांग्रेस को 32-38, जोगी कांग्रेस-बसपा को 6-8 और अन्य को 1-3 सीट मिलेगी. यहां सरकार बनाने के लिए 46 सीटों की जरूरत है. रमन सिंह का नाम तय हुआ था। छत्तीसगढ़ की चौथीं विधानसभा में टीएस सिंह देव विपक्ष के नेता रहे।तेलंगाना (119 विधानसभा सीटें):तेलंगाना विधानसभा में 119 सीटें है और इन सभी सीटों पर चुनाव हो रहा है। फिलहाल 2014 के विधानसभा चुनाव पर नजर डालें तो टीआरएस ने 63 सीटें हासिल कर सत्ता पर कब्जा जमाया था। दूसरे नंबर पर कांग्रेस रही थी जिसको 21 सीटें मिली थी। टीडीपी को 15 सीटें हासिल हुई थी और 20 सीटों पर अन्य ने बाजी मारी थी।फिलहाल के चंद्रशेखर राव सूबे के सरदार यानी राज्य के मुख्यमंत्री है। चंद्रशेखर राव ने तेलंगाना को अस्तित्व में लाने में अहम रोल निभाया था। लिहाजा राज्य के लोगों ने उनको सर आंखों पर बिठाया और प्रदेश की कमान भी उनको सौंपी।मिजोरम (40 विधानसभा सीटें): मिजोरम विधानसभा में 40 सीट हैं। पिछले विधानसभा चुनाव यानी 2013 के चुनाव पर यदि नजर डालें तो कांग्रेस ने सभी अनुमानों को झुठलाते हुए 29 सीटों पर कब्जा जमाया था, जो बहुमत के आंकड़े से 8 ज्यादा था। मुख्य विपक्षी पार्टी मीजो नैशनल फ्रंट को 6 सीटों पर संतोष करना पड़ा था।28 नवंबर को हुए मतदान में 40 सीटों पर 75 फीसदी वोटिंग हुई और इसमें प्रदेश के 7.70 लाख मतदाताओं ने शिरकत की। इस बार भाजपा भी मिजोरम से उम्मीद कर रही है और भाजपा की सीटों में इजाफे की संभावना भी जताई जा रही है।Posted By: Arvind Dubey
Source: Dainik Jagran December 07, 2018 11:25 UTC