गुना, जेएनएन। मध्य प्रदेश के गुना निवासी प्रतिष्ठित व्यापारी के परिवार के चार बच्चे पबजी मोबाइल गेम के चक्कर में रविवार रात 500 किलोमीटर के सफर पर निकल पड़े। पबजी ने इन्हें यह लक्ष्य दिया था। सोमवार की दोपहर चारों बच्चे ग्वालियर में मिले।सिटी कोतवाली थाना पुलिस के मुताबिक बच्चों में 10-10 वर्ष के दो बालक और 13 व 14 वर्ष की दो बालिकाएं शामिल हैं। वह आपस में भाई-बहन हैं। चारों मिलकर पबजी गेम खेलते हैं। रविवार रात पबजी ने उनकी लाइफलाइन बंद कर दी।उन्हें लक्ष्य दिया कि वे जब तक 500 किमी का सफर नहीं करेंगे, तब तक लाइफलाइन नहीं खुलेगी। इस पर रात करीब दो बजकर 50 मिनट पर वह चारों अपने बैग तैयार कर बाहर से दरवाजा बंद कर मथुरा के लिए निकल पड़े। सुबह करीब चार बजे परिवार की महिलाएं उठीं, तो बच्चे गायब थे। तब परिजन को जगाकर बच्चों की तलाश की गई। घर में बच्चे नहीं होने पर परिजन सिटी कोतवाली थाना पहुंचे।पुलिस ने तत्काल पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार को बताया। उन्होंने ग्वालियर और भोपाल की तरफ जाने वाली ट्रेनों की जानकारी ली और जीआरपी की सहायता ली। ग्वालियर पुलिस को सीसीटीवी कैमरे में बच्चे नजर आए। इस आधार पर उन्हें खोज लिया गया। पुलिस ने बच्चों को परिजन के सुपुर्द कर दिया है।एक लाख रुपये ले गए थे, दो हजार खर्चपुलिस के मुताबिक परिजन ने बताया है कि बच्चे अपने साथ एक लाख रुपये ले गए थे। रास्ते में उन्होंने दो हजार रुपये खर्च कर दिए। उनके पास से शेष 98 हजार रुपये मिल गए हैं।सकुशल मिले बच्चेगुना पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार ने कहा कि पबजी गेम से बच्चों को लक्ष्य मिला था। उसे पूरा करने के लिए वह घर से आधी रात के बाद निकले। पुलिस ने संदेह में अपहरण का मामला दर्ज कर लिया था। बच्चे ग्वालियर में मिले हैं। पूछताछ में पहले बच्चों ने शॉपिंग मॉल घूमने के लिए आना बताया, लेकि न बाद में पबजी गेम से मिले लक्ष्य की जानकारी दी। उन्हें परिजन को सौंप दिया गया है।Posted By: Dhyanendra Singh
Source: Dainik Jagran July 01, 2019 18:11 UTC