अपने पैसों के लिए बैंक चुनने से पहले बरतें ये सावधानी पीएमसी बैंक के लेन-देन पर आरबीआई द्वारा हस्तक्षेप के बाद खाताधारकों के मन में तमाम सवाल उठ रहे हैं। बैंक में पैसे जमा करने से लेकर अन्य तरह की सावधानी बरतनी हर निवेशक के लिए जरूरी है। हालांकि इन सावधानियों से पहले जानें पीएमसी का मौजूदा स्टेटस और उससे जुड़े कुछ जरूरी आंकड़े-देशभर में पीएमसी बैंक के कुल 137 ब्रांच हैं और इसका वर्किंग कैपिटल 13,313 रुपये हैं। वहीं इसका कुल रिजर्व 933 करोड़ रुपये है। पीएमसी शेड्यूल्ड बैंक है और दूसरे छोटे निजी बैंकों के मुकाबले उसकी साख अच्छी है, फिर भी इस पर ऐक्शन लिया गया। आगे की स्लाइड्स में जानें अगर आपने ऐसे किसी बैंक में पैसा जमा किया है तो आपके पास क्या विकल्प हैं।हालांकि अगर आपका बैंक दिवालिया घोषित हो गया है तो भी आपको परेशान होने की जरूरत नहीं। ऐसी स्थिति में खाताधारकों को अकाउंट से जुड़े इंश्योरेंस के जरिए अधिकतम एक लाख रुपये तक मिल सकते हैं। यानी, उनकी कुल बचत ज्यादा होने पर उसका एक हिस्सा उन्हें वापस मिलना तय है।जब भी किसी बैंक में खाता खुलवाएं तो आरबीआई की वेबसाइट पर यह जरूर जांच लें कि उस बैंक की वित्तीय स्थिति कैसी है। इसके अलावा कभी भी ज्यादा ब्याज देने वाले बैंकों के लालच में न पड़ें।पढ़ें- PMC बैंक: हर निवेशक परेशान, पैसे शिफ्ट करने लगे लोगएक ही बैंक में अपनी सारी जमापूंजी रखने से बचें। अगर आपका अकाउंट कॉपरेटिव बैंक में है तो किसी पब्लिक सेक्टर बैंक में भी अपना खाता जरूर खोलें।पंजाब ऐंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव (PMC) बैंक घोटाले की जांच में रोज नए खुलासे सामने आ रहे हैं। बीते दिनों एचडीआईएल का एक बड़ा बंगला सील करने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ( ED ) ने कंपनी, उसके प्रमोटरों राकेश वाधवान तथा उनके बेटे सारंग वाधवान के स्वामित्व वाली लगभग 2,100 एकड़ जमीन का पता लगाया है। ये जमीनें वसई-पालघर बेल्ट के विभिन्न गांवों में हैं।माना जा रहा है कि इन जमीनों की कुल कीमत 3,500 करोड़ रुपये है और ईडी इसे जब्त करेगी। वाधवान ने इन जमीनों को काफी साल पहले वसई-पालघर बेल्ट में टाउनशिप बसाने के लिए खरीदा था, लेकिन इसका काम कभी शुरू नहीं हुआ। इन खाली जमीनों पर फिलहाल किसी का कब्जा नहीं है।ईडी के अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि इन जमीनों को वाधवान फैमिली के सदस्यों या एचडीआईएल के नाम पर खरीदा गया है। वाधवान तथा उनकी कंपनी ने पीएमसी बैंक से फर्जीवाड़ा कर लोन लिए हैं। एचडीआईएल बैंकरप्सी प्रोसिडिंग का सामना कर रहा है। इस ग्रुप की कंपनियों ने आरबीआई के नियमों का उल्लंघन कर पीएमसी बैंक से 1,306 करोड़ रुपये का लोन लिया है। 31 मार्च को राकेश वाधवान के नाम 1,903 करोड़ और सारंग वाधवान के नाम 129 करोड़ रुपये का बकाया था।सूत्रों का कहना है कि ईडी के अधिकारियों ने जिस 2,100 एकड़ जमीनों की पहचान की है, उनमें से 600 एकड़ जमीन को एचडीआईएल तथा उसके प्रमोटरों ने पीएमसी बैंक के पास गिरवी रखा है। उन्होंने और 400 एकड़ जमीन के अन्य बैंकों के पास गिरवी रखा है। माना जा रहा है कि इन जमीनों पर पीएमसी तथा अन्य बैंकों से 800 करोड़ रुपये का लोन लिया गया है। बाकी 1,100 एकड़ जमीन पर कोई लोन नहीं है। ईडी इन जमीनों के कागजात जुटा रही है।ईडी ने गुरुवार को मुंबई के पास एचडीआईएल प्रवर्तक के पांच एकड़ के बंगले को सील कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि पीएमसी बैंक के धन शोधन मामले की जांच के सिलसिले में यह कदम उठाया गया है। यह संपत्ति महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई उपनगर में स्थित है।
Source: Navbharat Times October 12, 2019 07:30 UTC