Mumbai Samachar: विदेशी मांगुर से सावधान! - beware of foreign demand! - News Summed Up

Mumbai Samachar: विदेशी मांगुर से सावधान! - beware of foreign demand!


Rajkumar.Singh@Timesgroup.com\Bमुंबई: \Bमहाराष्ट्र की महाविकास आघाडी सरकार ने अफ्रीकन मांगुर (जिसे विदेशी मांगुर और थाई मांगुर भी कहते हैं) को अगले कुछ दिनों में पूरी तरह खत्म करने का निर्देश दिया है। पर्यावरण व मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक अफ्रीकन मांगुर को मारने की सरकार ने मुहिम छेड़ रखी है और अब तक करीब 30 टन मांगुर मारकर जमीन में गाड़ दी गई हैं। इसके अलावा, प्रतिबंध के बावजूद मांगुर का पालन व बिक्री करने वाले 5 लोगों पर मामला दर्ज किया है।बता दें कि विदेशी मांगुर के प्रति राज्य का मत्स्य विभाग जागरूकता मुहिम चलाने जा रहा है। देशी मांगुर पालन करने, बेचने और खाने पर कोई प्रतिबंध महाराष्ट्र या देश के किसी भी राज्य में नहीं है। केरल सरकार ने पहली बार 1998 में अफ्रीकन मांगुर पर प्रतिबंध लगाया था। बाद में राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) ने इस मछली पर प्रतिबंध लगा दिया। 2000 में भारत सरकार ने एनजीटी के आदेश पर अमल करते हुए इसके पालन और बिक्री पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया। जानकारी के अनुसार, यह मछली मांसाहारी है। इसे तालाब में पाला जाता है, जो वहां के सभी तरह के जीवों को खा लेती है। इसे पर्यावरण के लिए नुकसानदायक पाया गया है। यह पूरा ऑक्सीजन भी अवशोषित कर लेती है। इसे खाने वालों को गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।\Bतेजी से बढ़ती है यह मछली\Bमछली पालन करने वाले ज्यादा पैसा कमाने के लालच में इसे चोरी से पालते हैं। यह महज 4 महीने में ही ढाई से तीन किलो तक हो जाती है। अन्य मछलियों की तुलना में यह विदेशी मांगुर बहुत आसानी से और बहुत कम दाम में बिक रही है। दरअसल, विदेशी मांगुर के बारे में लोगों को जानकारी नहीं के बराबर है।\Bजागरूकता अभियान चलाएंगे- \Bअफ्रीकन मांगुर को लेकर राज्य का मत्स्य विभाग जागरूकता अभियान शुरू कर रहा है- जहां भी मछली बाजार है या मछली बेची जाती हैं, वहां पर पोस्टर लगाएं जाएंगे- बताया जाएगा कि इसे खाने से स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है। इससे होने वाले नुकसान की जानकारी दी जाएगी-----------\Bभिवंडी में 15 टन मछली मिली\Bमहाराष्ट्र में अब तक 28 टन मछली पकड़कर जमीन में गाड़ दी गई है। मुंबई के करीब भिवंडी में ही 15 टन मांगुर मारी गई है। इंदापुर में 8 टन, भंडारा में 7 टन विदेशी मांगुर मारी गई है। इस मामले में 5 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है।-----अगले 10 दिन में अफ्रीकन मांगुर को पूरी तरह खत्म करने का लक्ष्य है। अब से जो भी यह मांगुर पालेगा या बिक्री करेगा, उस पर कड़ी कार्रवाई करेंगे। यह मछली प्रकृति के लिए हानिकारक है। साथ ही, जो व्यक्ति इसे खाएगा, उसे कैंसर, डायबीटीज जैसी घातक बीमारियां हो सकती हैं।\B- असलम शेख, मत्स्य व्यवसाय मंत्री\B-------------potoमांगुर मछली का फोटो और असलम शेख का फोटो लेना है


Source: Navbharat Times February 19, 2020 03:00 UTC



Loading...
Loading...
  

Loading...

                           
/* -------------------------- overlay advertisemnt -------------------------- */