MP Election 2023: रीवा। सिरमौर में कांटे का मुकाबला रहा। तीन पार्टियों के प्रत्याशियों में शह-मात का खेल चलता रहा मतगणना शुरू हुई तो भाजपा प्रत्याशी दिव्यराज पीछे थे कांग्रेस आगे चल रही थी। फिर पांचवे राउंड से खेल पलटा और दिव्यराज ने बढ़त बनाना शुरू कर दिया। इसके बाद फिर जीत का अंतर कम नहीं हुआ 13 हजार से अधिक मतों से दिव्यराज ने चुनाव जीत लिया। इस मर्तबा फिर से सिरमौर की जनता ने दिव्यराज सिंह को सिर आंखों पर बैठाया जीत का ताज भी पहनाया गया।रविवार को विधानसभा चुनाव 2023 में पड़े मतों की गिनती शुरू हुई मतगणना डाकमत पत्र से हुई। इसके बाद ईवीएम की बारी आई सिरमौर क्षेत्र से सबकी निगाहें भाजपा प्रत्याशी दिव्यराज सिंह, कांग्रेस प्रत्याशी रामगरीब बनवासी और बसपा प्रत्याशी व्हीडी पाण्डेय पर टिकी रहीं। यहां से सपा प्रत्याशी लक्ष्मण तिवारी भी मैदान में थे मुकाबला कटि का होने वाला था। आप ने भी प्रत्याशी उतारा था। ऐसे में दिव्यराज सिंह के जीतने के आसार कम ही लगाए जा रहे थे लेकिन मतगणना में जब रुझान आने शुरू हुए तो सब के होश ही उड़ गए।भाजपा प्रत्याशी को मिले वोट ने सारी गणित ही फेल कर दी। दिव्यराज शुरुआती दौर में तो पीछे थे, लेकिन बाद में ऐसी बढ़त बनाई की कम नहीं हुई। विधानसभा क्षेत्र सिरमौर से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार दिव्यराज सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी को 13790 मतों के अंतर से पराजित किया। निर्वाचित घोषित श्री सिंह को कुल 54875 मत प्राप्त हुए। जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी को बसपा के उम्मीदवार व्हीडी पाण्डेय को 41085 मत प्राप्त हुए। विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर भारती मेरावी ने निर्वाचित श्री सिंह को निर्वाचन प्रमाण पत्र प्रदान किया।चौथे राउंड तक पीछे रहे दिव्यराजसिरमौर प्रत्याशी दिव्यराज सिंह शुरुआती दौर में आगे थे। पहले राउंड में दिव्यराज सिंह बसपा से 179 वोट से आगे थे। इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी रामगरीब बनवासी दूसरे राउंड में आगे हो गए। चौथे राउंड तक 10 हजार 412 वोट पाकर आगे चल रहे थे वहीं दिव्यराज 10 हजार 10 वोट पर ही थे। इसके बाद पांचवें राउंड से दिव्यराज ने बढ़त बनाई। रामगरीब पीछे हो गए थे। इसके बाद रामगरीब भी सेकंड पोजीशन से तीसरे पर पहुंच गए। दिव्यराज का मुकाबला बसपा प्रत्याशी व्हीडी पाण्डेय से चलता रहा। अंत तक दिव्यराज फिर बढ़त ही बनाए रहे और जीत दर्ज की सिरमौर में इस बार का चुनाव त्रिकोणीय रहा। बसपा ने भी जोरदार टक्कर दी। बसपा ने जातिगत ट्रम्प कार्ड खेला था। ब्राम्हण वोट जुटाने में बसपा आगे थी। वहीं कांग्रेस के प्रत्याशी को सिरमौर के ऊपरी हिस्से के वोटरों ने स्वीकार नहीं किया। यही वजह है कि एक समय के बाद रामगरीब बनवासी बसपा से भी पीछे चले गए।क्षेत्र में जमकर हुई थी किरकिरी, वीडियो भी हुए थे वायरलसिरमौर में इस मर्तबा चुनाव काफी टफ था। दिव्यराज सिंह को विधायक होते हुए भी कई जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ा था। लोगों में इनके प्रति काफी नाराजगी भी थी। दिव्यराज सिंह को लेकर कई तरह के वीडियो भी वायरल हुए। जिससे उनकी छवि पर असर भी पड़ा। गांव से कार्यकर्ताओं को भगाने का भी वीडियो वायरल हुआ था। इसके अलावा चुनाव प्रचार के दौरान एक वीडियो जाति वर्ग विशेष को लेकर कहते हुए भी वायरल हुआ था। इसका असर भी पड़ा। इस मर्तबा दिव्यराज सिंह को एड़ी चोटी का जोर लगाना पड़ा। लोग इनके प्रतिनिधियों से भी नाराज चल रहे थे। जिसका खामियाजा इन्हें भुगतना पड़ा। परिवार के साथ क्षेत्रों में गांव गांव घूमकर वोट मांगना पड़ा था।विजयी प्रत्याशी : दिव्यराज सिंहवोट प्रतिशत : 54875-38.42%जीत का मंत्र : विकास का मुद्दा व लाड़ली बहना योजना का मिला फायदा, भाजपा वोट बैंक, साफ छविनिकटतम प्रतिद्वंदी : व्हीडी पाण्डेयवोट प्रतिशत : 41085-28.77%हार का कारण : जातीय समीकरण में ही फंसे रह गए और अन्य वर्गों को सायने में फेल हो गए।प्राथमिकता में ये काम• सड़कों को प्राथमिकता से बनाया जायेगा।• बेरोजगारों के लिए रोजगार देने की पहल• पानी की समस्या दूर करेंगे।• शैक्षणिक स्तर सुधारेंगे।• पर्यटन और धार्मिल स्थल बनाएंगे। ऐस प्रथा पर रोक लगायेंगे।• बिजली व्यवस्था सुधारेंगे।क्षेत्र के मुद्दे• युवाओं को नौकरी का इंतजार रोजगार मूलक उद्योग नहीं लगे।• औद्योगिक क्षेत्र का विकास अब तक अधूरा• एनएच के किनारे औद्योगिक क्षेत्र नहीं विकसित हुआ।• अपराधों पर अंकुश नहीं लग पाया।• मादक पदार्थों की तस्करी, बिक्री की बड़ी समस्या |• प्राथमिक शिक्षा में सुधार नहीं हुआ।• स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की दरकार ।• हर परिवार को एक रोजगार का वायदा पूरा होने का इंतजार• पेयजल सप्लाई योजना का पूरा होने का इंतजार |
Source: Dainik Bhaskar December 04, 2023 21:38 UTC