31 मार्च से पूरे मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों में रखे गए अस्थायी डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टॉफ घर पर बैठ गए. राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से आया आदेश साफ कहता है कि इनके मानेदय के लिए अब बजट नहीं है, ऐसे में इनकी सेवाएं समाप्त होती हैं. सर्वेश नागर ने आयुष चिकित्सक के तौर पर अपनी सेवाएं आगर जिला अस्पताल को दीं थीं, लेकिन अब काम नहीं है. परिवार परेशानी में है और मानसिक प्रताड़ना झेल रहा है". भाईचारे की मिसाल: मुस्लिम ने मंदिर में लगाया 37 क्विंटल का महा घंटा, CM शिवराज सिंह चौहान करेंगे लोकार्पणये हालात उस राज्य में हैं, जहां 21 घंटे 52 मिनट में ही 2.79 लाख करोड़ का बजट मंज़ूर हो जाता है.
Source: NDTV April 02, 2022 17:21 UTC